छत्तीसगढ़

अजित पवार होंगे महाराष्ट्र के सीएम, सूत्र…, बोले कांग्रेस नेता तो देवेंद्र फडणवीस ने साफ कर दिया अपना रुख

मुंबई : महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने विपक्षी नेताओं के सीएम बदलने के दावों को खारिज करते हुए पलटवार किया है. देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार (24 जुलाई) को कहा कि आजकल कई वरिष्ठ नेता कई तरह के अटकलें लगा रहे है. उन अटकलों में कोई दम नहीं है. मुख्यमंत्री पद में कोई बदलाव नहीं होगा.

देवेंद्र फडणवीस ने आगे कहा, “मुख्यमंत्री बदलने का कोई कारण नहीं है. एकनाथ शिंदे ही मुख्यमंत्री रहेंगे. मेरी पार्टी महायुति में सबसे बड़ी पार्टी है. सबसे बड़ी पार्टी का नेता होने के नाते मैं ये कह रहा हूं कि हमारे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ही रहेंगे.”

पृथ्वीराज चव्हाण ने क्या कहा?

दरअसल, महाराष्ट्र कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा है कि 10 अगस्त के बाद अजित पवार राज्य के मुख्यमंत्री बनेंगे. मैं अपने सूत्रों का खुलासा नहीं कर सकता. पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि मैंने इसके बारे में बहुत पहले बात की थी, एनसीपी में विभाजन के तुरंत बाद भी कहा था.

उन्होंने कहा कि एकनाथ शिंदे गुट के खिलाफ दलबदल विरोधी निर्णय 10 अगस्त के आसपास दिया जाएगा. वे किसी भी तरह से अयोग्यता से बच नहीं सकते हैं क्योंकि उन्होंने स्पष्ट रूप से नियमों का उल्लंघन किया है. इसलिए सीएम का पद खाली हो जाएगा. सीएम ने अपने परिवार के साथ पीएम मोदी से भी मुलाकात की है. इस मुलाकात के बाद उनकी विदाई तय ही है.

विपक्षी नेताओं ने किया ये दावा

इससे पहले शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने भी दावा किया था कि जल्द ही एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री पद से हटा दिया जाएगा. एनसीपी नेता अजित पवार के बगावत करने और महाराष्ट्र की बीजेपी-शिवसेना सरकार को समर्थन देने के बाद से विपक्षी नेता लगातार इस तरह के दावे करते आ रहे हैं.

अजित पवार हुए थे एनडीए में शामिल

अजित पवार इस महीने की शुरूआत में कई एनसीपी विधायकों को साथ लेकर एनडीए में शामिल हो गए थे. उन्होंने महाराष्ट्र सरकार में डिप्टी सीएम के पद की शपथ ली थी. जबकि उनके साथ एनसीपी के आठ अन्य विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली थी.

एकनाथ शिंदे ने क्या कहा?

इसके बाद शिवसेना (शिंदे गुट) में नाराजगी की खबरें सामने आने लगी थी. हालांकि बीजेपी और शिवसेना दोनों ने ही इन खबरों को खारिज करते हुए कहा कि किसी बात की नाराजगी नहीं है. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा था कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है इसलिए इस तरह के बयान दिए जा रहे हैं. अजित पवार के आने से सरकार को और ताकत मिली है.