बेंगलुरु : एक बार फिर से कर्नाटक हाई कोर्ट के जजों को जान से मारने की धमकी मिली है. कर्नाटक पुलिस ने सोमवार (24 जुलाई) को बताया कि उन्होंने हाई कोर्ट के जजों की शिकायत पर एक एफआईआर दर्ज की है. पुलिस को हाई कोर्ट के प्रेस संबंध अधिकारी की तरफ से खुद के अलावा कई जजों की जान को खतरा होने की शिकायत मिली.
केंद्रीय सीईएन अपराध पुलिस स्टेशन ने अज्ञात संदिग्धों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. पुलिस ने कहा दुबई गिरोह के जस्टिस मोहम्मद नवाज, एचटी नरेंद्र प्रसाद, अशोक निजगन्नवर (सेवानिवृत्त), एचपी संदेश, के नटराजन और बी वीरप्पा (सेवानिवृत्त) को धमकी देने की आशंका है.
इन धाराओं के तहत मामला दर्ज
14 जुलाई को दर्ज की गई एफआईआर में कहा गया है कि धमकी भरे संदेश में पाकिस्तान में एक बैंक खाते में 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई थी. धारा 506, 507 और 504 के तहत एफआईआर दर्ज करने के बाद उन्होंने कहा कि भारतीय दंड संहिता और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 75 और 66 (एफ) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
व्हाट्सऐप मैसेंजर पर आया था मैसेज
पुलिस ने बताया कि के. मुरलीधर ने 14 जुलाई को शिकायत दर्ज कराई थी. उन्हें 12 जुलाई को शाम करीब 7 बजे एक अंतरराष्ट्रीय नंबर से व्हाट्सऐप मैसेंजर पर संदेश मिला था. उनको ये मैसेज उर्दू और इंग्लिश भाषा में आया था.
पहले भी मिली थी जजों को जान से मारने की धमकी
इससे पहले भी साल 2022 में हिजाब पर फैसला सुनाने वाले कर्नाटक हाईकोर्ट के जजों को जान से धमकी मिलने के बाद उन्हें सरकार ने कड़ी सुरक्षा मुहैया कराई थी. मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने खुद कहा था कि हमने हिजाब पर फैसला देने वाले तीनों जजों को वाई श्रेणी की सुरक्षा देने का फैसला किया है.