नई दिल्ली। गो फर्स्ट एयरलाइन ने 6 अगस्त तक उड़ान रद करने की अवधि को और बढ़ाने की घोषणा की है। एयरलाइन ने गुरुवार को एक ट्वीट में घोषणा की। गो फर्स्ट एयरलाइन मई की शुरुआत से बंद है। एयरलाइन ने ट्वीट जानकारी दी कि परिचालन कारणों से, 6 अगस्त 2023 तक गो फर्स्ट उड़ानें रद कर दी गई हैं। हमें हुई असुविधा के लिए खेद है…,”
गो फर्स्ट ने एक बयान भी जारी किया है, जिसे उसने ट्वीट के साथ पोस्ट किया है, जिसमें कहा गया है कि कंपनी ने तत्काल समाधान और परिचालन के पुनरुद्धार के लिए एक आवेदन दायर किया है और शीघ्र ही बुकिंग फिर से शुरू करने के बारे में आशावादी है। “हमें यह बताते हुए दुख हो रहा है कि परिचालन कारणों से, 6 अगस्त, 2023 तक निर्धारित गो फर्स्ट उड़ानें रद कर दी गई हैं।
उड़ान रद होने से हुई असुविधा के लिए हम क्षमा चाहते हैं। हम स्वीकार करते हैं कि उड़ान रद होने से आपकी यात्रा योजनाएं बाधित हो सकती हैं। गो फर्स्ट ने बयान में कहा, ”हम जो भी सहायता कर सकते हैं, प्रदान करेंगे।” और हम सहायता करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
बता दें इससे पहले 2 मई को, गो फर्स्ट ने अपनी उड़ानें रद कर दीं और राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) के समक्ष स्वैच्छिक दिवालियापन के लिए याचिका दायर की, जिसमें अमेरिका स्थित इंजन निर्माता, प्रैट एंड व्हिटनी की ओर से दायित्वों को तुरंत पूरा करने में असमर्थता के कारण देरी का आरोप लगाया गया।
डीजीसीए ने परिचालन को सशर्त दिया था अनुमति
पिछले शुक्रवार को डीजीसीए ने बंद पड़ी एयरलाइन गो फर्स्ट को अपना परिचालन फिर से शुरू करने की सशर्त अनुमति दी थी। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने कहा था कि गो फर्स्ट अंतरिम फंडिंग की उपलब्धता और नियामक द्वारा उड़ान कार्यक्रम की मंजूरी पर निर्धारित उड़ान संचालन फिर से शुरू कर सकता है।
नियामक ने 15 विमानों और 114 दैनिक उड़ानों के संचालन की अनुमति दी थी। एयरलाइन में लगभग 4,200 कर्मचारी हैं, और इसने वित्तीय वर्ष 2021-22 में परिचालन से कुल राजस्व 4,183 करोड़ रुपये बताया।ऐसी रिपोर्टें थीं कि गो फर्स्ट की उड़ानें बंद होने से हवाई किराए पर दबाव पड़ा, खासकर उन चुनिंदा मार्गों पर जहां इसका प्रभाव था।