दुर्ग। दुर्ग जिले में बीएससी के एक छात्र ने फेल होने पर फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। छात्र खिलेशानंद निषाद गरियाबंद जिले के रानीपार देवाछुरा गांव का रहने वाला था। वह दुर्ग साइंस कॉलेज में बीएससी सेकंड ईयर की पढ़ाई कर रहा था। मोहन नगर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मोहन नगर पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक खिलेशानंद बीएससी सेकंड ईयर का छात्र था। वह गरियाबंद जिले से दुर्ग आकर बीएसपी कर रहा था। साइंस कॉलेज में पढ़ने के चलते वह दुर्ग में ही ब्वायज हॉस्टल में रहता था। बताया जा रहा है कि वो बीएससी सेकंड ईयर में दो विषयों में फेल हो गया था। इससे वो काफी अपसेट रह रहा था। गुरुवार सुबह वह कॉलेज गया और वहां से शाम को हॉस्टल लौटा। इसके बाद वह अपने कमरे में गया और फंखे से फंदा बनाकर उसमें झूल गया। जब उसके रूम के दूसरे छात्र आए तो देखा कि कमरे का दरवाजा खुला हुआ है और अंदर खिलेशानंद की लाश फंदे से लटकी हुई है। छात्रों ने तुरंत इसकी सूचना हॉस्टल इंचार्ज और पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची शव को फंदे से नीचे उतार कर पंचनामा कार्रवाई के बाद शव को पीएम के लिए भेजा।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
पुलिस का कहना है कि उन्होंने घटना के बारे में परिजनों को जानकारी दे दी थी। इसके बाद अगले दिन परिजन दुर्ग पहुंचे। उनके सामने पोस्टमार्टम किया गया। इसके बाद शव को परिजनों के हवाले किया गया। इस दौरान परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था।
पुलिस कर रही मामले की जांच
परिजनों ने कहा कि उनका बेटा इतनी आसानी से फांसी नहीं लगा सकता है। उसके ऊपर अधिक मानसिक दबाव आया होगा। उनकी आशंका पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस हॉस्टल में रह रहे अन्य छात्रों के साथ ही बीएससी में मृतक के साथ पढ़ने वाले दोस्तों से भी पूछताछ कर रही है। पुलिस का कहना है कि आत्महत्या का स्पष्ट कारण जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।