नई दिल्ली। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी की मुश्किलें बढ़ गई है। मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार के मामले पर लिखी गई एक चिट्ठी को लेकर राजनीतिक घमासान मचा हुआ है। मध्य प्रदेश में अधिकारियों द्वारा ठेकेदारों से 50 प्रतिशत कमीशन मांगने को लेकर एक चिट्ठी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है।
जानकारी के मुताबिक, यह चिट्ठी जबलपुर हाई कोर्ट को लिखी गई थी। प्रियंका गांधी ने इस मामले को लेकर एक ट्वीट करते हुए शिवराज सिंह चौहान सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। ट्वीट के बाद इंदौर में भाजपा नेताओं की शिकायत पर कांग्रेस नेता के खिलाफ झूठे आरोप लगाने के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
सिर्फ प्रियंका गांधी ही नहीं बल्कि पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ, पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश, अरुण यादव, कांग्रेस नेत्री शोभा ओझा और चिट्ठी जारी करने वाले ज्ञानेंद्र अवस्थी के खिलाफ अलग-अलग धाराओं में एफआइआर दर्ज की करवाई गई है।
कांग्रेस भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाते रहेगी: केसी वेणुगोपाल
भाजपा द्वारा कांग्रेस नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के मामले पर कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने कहा,”वे प्रियंका गांधी, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और सभी कांग्रेस नेताओं के खिलाफ सैकड़ों एफआईआर दर्ज कर सकते हैं।
उन्होंने आगे कहा,”मध्य प्रदेश सरकार हो या कोई भी भाजपा सरकार, भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाने वालों पर एफआईआर करना अब केंद्र सरकार और भाजपाइयों की आदत बन गई है, लेकिन हम इन सब चीजों से डरने वाले नहीं हैं। हम भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाएंगे। मध्य प्रदेश सरकार पूरी तरह से भ्रष्ट है।”
आखिर क्या है पूरा मामला?
मध्य प्रदेश में हो रहे भ्रष्टाचार के मामले को लेकर एक चिट्ठी मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश को लिखी गई है। चिट्ठी में फरियादी का नाम ज्ञानेंद्र अवस्थी है। चिट्ठी में ठेकेदारों को 50 प्रतिशत कमीशन देने पर ही भुगतान मिलने की बात कही गई है। इस मामले को कांग्रेस नेताओं ने अब उठाया है।