छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ : 8 लाख का इनामी नक्सली गिरफ्तार, 2020 में CRPF जवानों पर किया था हमला, कई वारदातों में रहा शामिल; जशपुर से गिरफ्तारी

बलरामपुर : बलरामपुर पुलिस ने 8 लाख के इनामी नक्सली को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। साल 2020 में CRPF जवानों पर फायरिंग करने वाले 8 लाख के इनामी नक्सली पुतना उर्फ फुटन उर्फ सरजुन यादव को जशपुर के भागलपुर से गिरफ्तार किया गया है।

गिरफ्तार नक्सली भाकपा माओवादी मिलिट्री कंपनी का 3 साल तक सक्रिय सदस्य रह चुका है, जबकि वो 2 साल पहले नक्सलियों के दल से भागकर लुक-छिपकर जीवन गुजार रहा था। IG अंकित गर्ग के निर्देशन एवं SP बलरामपुर डॉ लाल उमेद सिंह के नेतृत्व में जिले में नक्सल उन्मूलन की दिशा में बलरामपुर पुलिस को हाल में कई बड़ी सफलताएं हाथ लगी हैं।

इसी कड़ी में सीआरपीएफ जवानों पर अक्टूबर 2020 में फायरिंग करने वाले फरार आरोपी भाकपा मिलिट्री कंपनी सदस्य पुतना उर्फ फुटन उर्फ सरजुन यादव को भी गिरफ्तार किया गया। 17 अगस्त को उसे जशपुर जिले के भागलपुर से घेराबंदी कर गिरफ्तार किया गया। आरोपी पीपरढाबा (बहागाढ़ा) का रहने वाला है। उसके खिलाफ थाना सामरी पाठ में IPC की धारा 341, 120बी, 307, 34, 25, 27 आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज है।

पुलिस ने बताया कि पकड़े गए नक्सली पुतना का बड़ा भाई भूपेन्द्र यादव भी नक्सलियों के लिए काम कर चुका है। पुतना वर्ष 2018 में बड़े भाई भूपेन्द्र यादव के जेल जाने के बाद भाकपा माओवादी विमल यादव के संपर्क में आया।

फिलहाल नक्सली संगठन से रह रहा था छिपकर

पुतना यादव ने ईआरबी कंपनी में लगभग 3 वर्ष तक सक्रिय रहकर काम किया। इसके बाद वर्ष 2021 में कंपनी से भागकर से लुक-छिपकर जीवन गुजारने लगा। अभी पुतना यादव के जशपुर के भागलपुर में किराए का मकान लेकर परिवार सहित रहने की सूचना मिलने पर एसआईबी और जिला बल की संयुक्त टीम का गठन किया गया। फिर संयुक्त टीम ने जशपुर के भागलपुर में दबिश देकर उसे गिरफ्तार कर लिया। उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।

आरोपी पुतना को जीवित या मृत पकड़ने पर छत्तीसगढ़ शासन ने 8 लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा था।

योजना बनाकर जवानों पर की थी फायरिंग

वर्ष 2020 के अक्टूबर महीने में सीआरपीएफ 62वीं वाहिनी के तीन जवान बाइक से ग्राम जलजली के उत्तर जंगली क्षेत्र को पार कर रहे थे। तभी एक अज्ञात व्यक्ति ने जवानों को रुकने के लिए आवाज दी। सीआरपीएफ जवानों ने देखा कि उन्हें आवाज देने वाला पुतना है, मगर वे जब तक संभलते, तब तक गोंदली के खेत से नक्सलियों ने उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इसमें सीआरपीएफ का एक जवान घायल हुआ था।