नईदिल्ली : देश में कोरोना की स्थिति का जायजा लेने के लिए सोमवार (21 अगस्त) को केंद्र ने हाई लेवल बैठक की. प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पी.के. मिश्रा ने कोविड-19 (covid-19) की वर्तमान स्थिति और तैयारियों की समीक्षा के लिए हुई इस बैठक की अध्यक्षता की.
इस दौरान राज्यों से परीक्षण बढ़ाने, जीनोम सीक्वेंसिंग और कोरोना वायरस के नए वैश्विक वेरिएंट पर कड़ी नजर रखने को कहा. हाल ही में कोरोना के नए वेरिएंट BA.2.86 से कई देशों में कोरोना के मामले बढ़े हैं. इस हाई लेवल मीटिंग में नीति आयोग के सदस्य डॉ. विनोद पॉल, कैबिनेट सचिव राजीव गौबा, पीएमओ सलाहकार अमित खरे और अन्य अधिकारी शामिल हुए.
नए वेरिएंट को लेकर हुई चर्चा
इस बैठक में स्वास्थ्य सचिव ने दुनिया में बढ़ रहे कोरोना केस की स्थिति की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, जहां ईजी.5 (एरिस) 50 से अधिक देशों में रिपोर्ट किया गया है, वहीं बीए.2.86 (पिरोला) वेरिएंट के केस चार देशों में मिले हैं.
मीटिंग में ये भी बताया गया कि पिछले 7 दिनों में वैश्विक स्तर पर कोविड-19 के कुल 2,96,219 नए मामले सामने आए, वहीं भारत में पिछले एक हफ्ते में केवल 223 नए मामले दर्ज किए हैं. स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि पूरे देश में नए कोरोना मामलों का दैनिक औसत 50 से नीचे बना हुआ है.
राज्यों को दी गई ये सलाह
पी.के. मिश्रा ने इस बात पर जोर दिया कि हालांकि देश में कोविड-19 की स्थिति स्थिर बनी हुई है, लेकिन राज्यों को जीनोम सीक्वेंसिंग में तेजी लाते नए वैश्विक वेरिएंट पर कड़ी नजर बनाए रखना है. राज्यों को इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (आईएलआई) और गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (एसएआरआई) की निगरानी करने की जरूरत है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सोमवार को जारी किए आंकड़ों के अनुसार, कोरोना वायरस के संक्रमण से अब तक से 5,31,926 मरीजों की मौत हो चुकी है. अब तक संक्रमित हो चुके लोगों की संख्या 4,49,96,653 है.