नईदिल्ली : चंद्रयान-3 की चंद्रमा की सतह पर बुधवार की शाम 6 बजकर 4 मिनट पर सॉफ्ट लैंडिंग होनी है. इस दौरान दुनिया भर में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की काफी तारीफ हो हो रही है क्योंकि चंद्रयान 3 का बजट दूसरे देशों के मिशन के मुकाबले और कई हॉलीवुड की फिल्म के बजट से भी कम है. इसको लेकर दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक एलन मस्क ने कहा कि ये भारते के लिए अच्छा है.
न्यूजथिंक (Newsthink) ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, ”जब आपको पता चलता है कि चंद्रयान-3 के लिए भारत का बजट ($75M) फिल्म इंटरस्टेलर ($165M) से कम है तो आप क्रेजी हो जाएंगे.” इस पर टेस्ला के चीफ मस्क ने जवाब में कहा, ”ये भारत के लिए अच्छा है.”
कितन बजट है?
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने चंद्रयान-3 की लांन्चिंग के दौरान यानी 14 जुवाई को बताया था कि इसकी लागत लगभग 600 करोड़ रुपये है. उन्होंने कहा था कि हम ऐसा करके आत्मनिर्भर के मंत्र पर खरे उतरे हैं. इसके लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) और देश को बधाई.
भारत रचेगा इतिहास
इसरो के महत्वाकांक्षी तीसरे चंद्र अभियान चंद्रयान-3 का लैंडर मॉड्यूल (एलएम) बुधवार शाम को चंद्रमा की सतह को छूने को तैयार है. ऐसा होने के बाद भारत यह उपलब्धि हासिल करने वाला चीन, अमेरिका और तत्कालीन सोवियत संघ के बाद चौथा देश बन जाएगा. हिंदुस्तान दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला देश होगा.
एलएम में लैंडर (विक्रम) और रोवर (प्रज्ञान) हैं जो बुधवार को शाम करीब छह बजकर चार मिनट पर दक्षिण ध्रुवीय क्षेत्र के निकट उतरने वाला है. चंद्रयान-3 का उद्देश्य चांद की सतह पर सुरक्षित और आसानी से लैंडिंग करना है. साथ ही चंद्रमा पर घूमना और वैज्ञानिक प्रयोग करना है.