पटना। विपक्षी दलों के महागठबंधन आईएनडीआईए की बैठक से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लालू यादव के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी है, जिसमें लालू ने कई संयोजक बनाए जाने की बात कही थी।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को पटना में बीपी मंडल को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि 31 अगस्त को सभी विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक में शामिल होने के लिए वह मुंबई जाएंगे। वहां 1 सितंबर को बैठक होगी।
इस दौरान मीडिया ने उनके सामने लालू यादव के एक बयान का जिक्र करते हुए सवाल किया। लालू ने कहा था कि आईएनडीआईए में कई संयोजक होंगे। इसके जवाब में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बैठक में जो फैसला होगा, उसकी जानकारी दी जाएगी।
आईएनडीआई की मुंबई में होने वाली बैठक के संबंध में उन्होंने कहा कि एक सितंबर को वहां बैठक है। उस बैठक में शामिल होने के लिए वह 31 को मुंबई जाएंगे। काम तेजी से करने की बात पर वह अपनी बात कहेंगे। सभी की जो राय होगी उस पर वह अपनी बात कहेंगे।
राजद सुप्रीमाे लालू प्रसाद की जमानत रद्द कराए जाने को ले सीबीआई द्वारा सुप्रीम कोर्ट जाने के मामले में शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जब उनकी प्रतिक्रिया पूछी गयी तो उन्होंने कहा कि जान बूझकर उन्हें तंग किया जा रहा।बीपी मंडल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर लौटने के क्रम में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान उन्होंने यह बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र में आज जो लोग हैं उन्होंने किसी को छोड़ा है क्या?
मुख्यमंत्री से जब सरकार के राजभवन के साथ टकराव के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कोई टकराव नहीं है। काेई इधर-उधर नहीं है। कोई समस्या नहीं। सभी पढ़ाई के पक्ष में है।
शिक्षक बहाली काे ले हो रही परीक्षा के संबंध में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत अच्छे ढंग से हो रही। इसके अलावा 15 अगस्त को हमने जो घोषणा की थी उस पर भी काम बढ़ेगा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को कहा कि जाति आधारित गणना पर किसी की आपत्ति का कोई मतलब नहीं। गणना का काम पूरा हो चुका है। सभी आंकड़े एक साथ घोषित होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि जाति आधारित गणना का काम बिहार में सभी पार्टियों की सहमति से तय हुआ था। यह किसी निजी राय पर नहीं हुआ है।जाति आधारित गणना में सभी जातियों की आर्थिक स्थिति का भी सर्वे हुआ है। किस जाति की कितनी आबादी है, उसकी कितनी उप जाति है, गांव से शहर कितनी संख्या में कौन लोग गए, यह सब कुछ पता चलेगा।
भारत की जनगणना के संबंध में चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कितना समय बीत गया 21 से। देश का इतिहास बदलने में लगे हैं लोग।गणना हो जाती तो यह पता चलता कि देश की आबादी कितनी है, उसे किस तरह से लाभ दिया जाना है, वह तय किया जाता।