छत्तीसगढ़

सनसनीखेज वारदात: बहन से छेड़खानी के विरोध पर 10वीं के छात्र की पीट-पीटकर हत्या, स्कूल के बाहर हमला

प्रयागराज : प्रयागराज के खीरी में चचेरी बहन से छेड़खानी के विरोध पर 10वीं के छात्र सत्यम शर्मा(16) की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। हमलावरों ने बीच सड़क पर घेरकर उस पर पटरे से हमला किया, जो गैरसमुदाय से हैं। पुलिस ने माहौल को देखते हुए शव अस्पताल भेजवा दिया तो आक्रोशित परिजनों व ग्रामीणों ने खीरी चौराहे पर जाम लगा दिया। पुलिस ने तीन आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। इलाके में तनाव को देखते हुए भारी पुलिसबल तैनात कर दिया गया है।

मृतक छात्र पुरादत्तु गांव निवासी मनोकामना शर्मा का बेटा था। उसके पिता का निधन हो चुका है। वह परमानंद इंटर कॉलेज में पढ़ता था। उसकी चचेरी बहन भी इसी स्कूल की 10वीं की छात्रा है। उसने बताया कि सोमवार को स्कूल बंद होने के बाद भाई-बहन वापस घर जा रहे थे।

तुर्कपुरवा मोहल्ले में पहुंचे थे कि तभी उसी मोहल्ले के रहने वाले गैरसमुदाय के कुछ युवकों, जो स्कूल के ही छात्र हैं, ने छात्रा का हाथ पकड़कर खींचने का प्रयास किया। बहन ने शोर मचाया तो सत्यम मनचलों से भिड़ गया। इस पर उन्होंने उस पर हमला बोल दिया। घेरकर पटरे से पीट-पीट कर तब तक मारा जब तक कि वह बेसुध होकर जमीन पर गिर नहीं पड़ा।

इसके बाद हमलावर धमकी देते हुए भाग निकले। घायल सत्यम आधे घंटे तक सड़क पर पड़ा रहा। इसके बाद किसी ने सूचना दी तो खीरी पुलिस पहुंची। हालत गंभीर देख परिजनों के पहुंचने से पहले ही छात्र को लेकर एसआरएन के लिए रवाना हो गई। हालांकि, वहां पहुंचने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया।

आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर लगाया जाम

उधर मौके पर पहुंचे परिजनों को बेटे की मौत की खबर मिली तो वह आक्रोशित हो उठे। उधर, जानकारी पर बड़ी संख्या में ग्रामीण भी जुट गए और शव वापस लाने व आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार किए जाने की मांग को लेकर खीरी चौराहे पर जाम लगा दिया। 

इससे खीरी-कोहड़ार व खीरी-नारीबारी मार्ग पर यातायात अवरुद्ध हो गया। जानकारी पर आसपास के थानों की फोस लेकर एसीपी कौंधियारा राजीव यादव भी आ गए। वह परिजनों को समझाते रहे, लेकिन बात नहीं बनी। 

छेड़खानी के आरोप गलत, आपस में झगड़ा हुआ था-पुलिस

छात्रों का आपस में झगड़ा हुआ था। छेड़खानी के आरोप गलत हैं। परिजनों ने अभी तक कोई तहरीर नहीं दी है। तहरीर मिलते ही मुकदमा दर्ज कार्रवाई की जाएगी।

-राजीव यादव, एसीपी कौंधियारा