नईदिल्ली : रिलायंस इंडस्ट्री के शेयर में एजीएम के बाद लगातार दूसरे दिन भी गिरावट देखने को मिल रही है. भले ही शेयरों में गिरावट मामूली गिरावट है, उसके बाद भी कंपनी के मार्केट कैप से 10 मिनट में 13 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा साफ हो गए. सोमवार को जब 2 बजे एजीएम शुरू हुआ था और मार्केट बंद होने के बाद तक कंपनी के शेयरों में लगातार गिरावट जारी रही. आज सुबह भी कंपनी का शेयर दिन के लोअर लेवल पर चला गया. जानकारों की मानें तो निवेशकों को एजीएम में रिटेल और टेलीकॉम आर्म के आईपीओ का इंतजार था. मुकेश अंबानी ने दोनों में से किसी भी कंपनी के आईपीओ का जिक्र एजीएम में नहीं किया. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर मुकेश अंबानी की रिलायंस के शेयरों की क्या स्थिति चल रही है.
अंबानी के शेयरों में गिरावट
सोमवार को कंपनी का शेयर एक फीसदी से ज्यादा गिरकर बंद हुआ था और आज यानी मंगलवार को भी कंपनी का शेयर 0.75 फीसदी की गिरावट पर चला गया वो भी 10 मिनट के अंदर. सुबह 10 बजकर 30 मिनट पर बीएसई पर कंपनी का शेयर 0.35 फीसदी यानी 8 रुपये से ज्यादा की गिरावट के साथ 2433.90 रुपये पर कारोबार कर रहा है. जबकि मार्केट खुलने के 10 मिनट के बाद कंपनी का शेयर 2424 रुपये के साथ लोअर लेवल पर आ गया. वैसे एक दिन पहले कंपनी के शेयर 2442.55 रुपये पर बंद हुआ था.
10 मिनट में 13 हजार करोड़ से ज्यादा का नुकसान
अगर कंपनी के मार्केट कैप की बात करें तो 10 मिनट में 13 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हो चुका है. आंकड़ों पर बात करें तो एक दिन पहले जब मार्केट बंद हुआ था तो कंपनी का एमकैप 16,52,535.99 करोड़ रुपये था. जब आज कंपनी का शेयर 9 बजकर 25 मिनट पर 2424 रुपये पर आया तो कंपनी का मार्केट कैप 16,39,346.24 रुपये पर आ गया. इसका मतलब है कि इस 10 मिनट में कंपनी के मार्केट कैप को 13,189.75 करोड़ रुपये का नुकसान हो गया.
पिछले हफ्ते भी कम हुई थी वैल्यूएशन
पिछले हफ्ते में भी कंपनी के मार्केट कैप को मोटा नुकसान हुआ था. कंपनी के शेयरों में बड़ी गिरावट आने से वैल्यूएशन में बड़ी गिरावट आई थी. आंकड़ों पर बात करें 3.39 फीसदी का नुकसान हुआ था. जिसके बाद कंपनी के मार्केट कैप से 58,600 करोड़ रुपये से ज्यादा साफ हो गए थे. सोमवार और मंगवार के लो को देख लें तो 1.86 फीसदी का नुकसान हो चुका है. पिछले हफ्ते और मौजूदा हफ्ते में अब तक कंपनी के शेयरों में 5 फीसदी से ज्यादा का नुकसान हो चुका है और मार्केअ कैप से 90 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा कम हो चुके हैं.