छत्तीसगढ़

उदयनिधि स्टालिन सनातन धर्म के खिलाफ अपने बयान पर कायम, पीएम मोदी और भाजपा पर कही यह बात

नईदिल्ली : तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने रविवार को अपने सनातन धर्म संबंधी विवाद पर प्रतिक्रिया व्यक्त की और कहा कि ”मैं फिर से कह रहा हूं कि मैंने केवल सनातन धर्म की आलोचना की है कि सनातन धर्म को खत्म कर देना चाहिए और ये बात मैं लगातार कहूंगा। लेकिन मैंने नरसंहार को लेकर कुछ कहा है, जैसा की भाजपा ने दावा किया है”।

उन्होंने कहा कि ”कुछ लोग बोल रहे हैं कि द्रविड़म को समाप्त कर दिया जाना चाहिए। क्या इसका मतलब यह है कि द्रविड़ वासियों को मार दिया जाना चाहिए? जब पीएम मोदी कहते हैं ‘कांग्रेस मुक्त भारत’, तो क्या इसका मतलब यह है कि कांग्रेसियों को मार दिया जाना चाहिए”?

आगे उदयनिधि स्टालिन बोले कि ”सनातन क्या है? सनातन का अर्थ है कुछ भी बदला नहीं जाना चाहिए और सभी स्थायी हैं। लेकिन द्रविड़ मॉडल बदलाव की मांग करता है और सभी के पास समान अधिकार होना चाहिए। भाजपा ने मेरे बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया है और फर्जी खबरें फैलाना उनका सामान्य काम है। वे मेरे खिलाफ जो भी केस दायर करेंगे मैं उसका सामना करने के लिए तैयार हूं। भाजपा इंडिया गठबंधन से डरी हुई है और अपना ध्यान भटकाने के लिए ये सब कह रही है”।


जेपी नड्डा ने भी घेरा
इस बीच भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने चित्रकूट में कहा कि स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन का कहना है कि ‘सनातन धर्म’ को खत्म कर देना चाहिए। उनका कहना है कि डेंगू और मलेरिया की तरह ‘सनातन धर्म’ को भी खत्म कर देना चाहिए। उन्हें ऐसे बयान देने में कोई झिझक नहीं है। क्या उदयनिधि का बयान INDIA गठबंधन की राजनीतिक रणनीति का हिस्सा है।

तुष्टिकरण की राजनीति करने के लिए हमारी संस्कृति का अपमान किया: शाह
केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि दो दिन से आप सनातन धर्म का अपमान कर रहे हैं। INDIA के दो प्रमुख दल DMK और कांग्रेस पार्टी के बड़े नेता कह रहे हैं कि सनातन धर्म को समाप्त कर देना चाहिए। इन लोगों ने वोट बैंक और तुष्टिकरण की राजनीति करने के लिए हमारी संस्कृति का अपमान किया है।

क्या है मामला?
दरअसल, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने शनिवार को बेहद आपत्तिजनक बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि सनातन धर्म बीमारी की तरह है। इसलिए इसे खत्म किया जाना चाहिए। उन्होंने इसकी तुलना  मलेरिया और डेंगू से की थी। तमिलनाडु में  ‘संतानम उन्मूलन सम्मेलन’ आयोजित किया गया था। इसी दौरान वे बोल रहे थे।