नईदिल्ली : तमिलनाडु के खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन के विवादित बयान के बाद सियासी घटनाक्रम थमने का नाम नहीं ले रहा है. सनातन धर्म को खत्म करने की बात को लेकर बीजेपी विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ पर जमकर हमला कर रही है. कई पार्टियों ने खुद को अलग कर लिया.
इसी क्रम में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने उदयनिधि के बयान को लेकर निशाना साधा है. दिल्ली के द्वारका में जन्माष्टमी महोत्सव पर बोलते हुए उन्होंने कहा, “हमारी आवाज उन लोगों तक पहुंचनी चाहिए जिन्होंने ‘सनातन धर्म’ को चुनौती दी. जब तक भक्त जीवित हैं, कोई भी हमारे ‘धर्म’ और आस्था को चुनौती नहीं दे सकता है.”
पीएम मोदी ने दी थी सख्त जवाब देने की हिदायत
स्मृति ईरानी का बयान ऐसे समय में सामने आया है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सनातन धर्म विरोधी बयान के खिलाफ मुखर होने की सलाह दी है. जी20 की ब्रीफिंग के बाद पीएम ने अनाधिकारिक रूप से वहां मौजूद मंत्रियों को निर्देश दिए कि वे सनातन धर्म के खिलाफ की गई टिप्पणी का सख्त लहजे में जवाब दें.
क्या है मामला?
दरअसल उदयनिधि स्टालिन ने चेन्नई में एक सभा को संबोधित करते हुए सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया और कोरोना जैसी बीमारियों से की थी. इसके बाद उन्होंने अपने बयान पर माफी मांगने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा, ‘माननीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को नई संसद के उद्घाटन के मौके पर नहीं बुलाया गया. ये सनातन धर्म का सबसे बेहतरीन उदाहरण है.’
कौन हैं उदयनिधि स्टालिन?
बीजेपी ने विपक्ष के गठबंधन से माफी की मांग की है. हालांकि, ‘इंडिया’ गठबंधन में उदयनिधि के बयानों को लेकर भी अलग-अलग राय सामने आ रही हैं. उदयनिधि स्टालिन तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के बेटे हैं. वह तमिलनाडु सरकार में स्पोर्ट्स मिनिस्टर हैं साथ ही डीएमके पार्टी के यूथ विंग सेक्रेटरी भी है. वो चेन्नई शहर की चेपुक-थिरुवल्लीकेनी विधानसभा सीट से विधायक हैं.
2021 तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में वह पहली बार विधायक बने. उन्होंने तमिल फिल्मों में एक्टर, प्रोड्यूसर के तौर पर काम भी किया है. चुनावी हलफनामे के मुताबिक उनकी कुल संपत्ति करीब 29 करोड़ रुपये है. उदयनिधि के खिलाफ करीब 22 केस दर्ज हैं.