छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ : बीजेपी नेता के बेटे से साढ़े 18 लाख की ठगी, रेलवे में नौकरी लगवाने का झांसा देकर दिया फर्जी नियुक्ति पत्र;एक आरोपी गिरफ्तार, 3 फरार

राजनांदगांव : राजनांदगांव जिले की डोंगरगढ़ पुलिस ने रेलवे में नौकरी लगाने के नाम पर BJP नेता के बेटे से ठगी करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी सुनील पटेल ने साढ़े 18 लाख रुपए की ठगी को अंजाम दिया था। मामला डोंगरगढ़ थाना क्षेत्र का है।

आरोपी सुनील पटेल के घर से 13 लाख रुपए कैश बरामद किया गया है, वहीं 3 आरोपी अभी भी फरार बताए जा रहे हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। पीड़ित युवक योगेश हिरवानी भाजपा नेता और जनपद पंचायत सदस्य कचरू हिरवानी का बेटा है।

जानकारी के मुताबिक, ग्राम अछोली निवासी योगेश हिरवानी जब 2022 में खैरागढ़ पॉलिटेक्निक कॉलेज में पढ़ाई कर रहा था। इस दौरान उसकी जान-पहचान ग्राम पदुमतरा निवासी राजेश महिलांग से हुई। उसने रेलवे में टिकट एग्जामिनर की नौकरी लगाने का झांसा देते हुए 13 लाख रुपए की मांग की।

इसके बाद उसने अपने बड़े अधिकारी के रूप में दुर्ग के ग्राम उमरपोटी थाना उतई निवासी सुनील पटेल से मिलाया। उसने भी उसे रेलवे में नौकरी लगाने का झांसा दिया। 19 अक्टूबर 2022 को राजेश महिलांग पीड़ित योगेश के घर ग्राम अछोली आया और उसके पिता से नौकरी लगाने का आश्वासन देकर एक लाख रुपये नगद ले लिए।

पीड़ित युवक ने बताया कि इसके बाद राजेश महिलांग को लगभग 10 लाख रुपये आरटीजीएस से दिए गए। 2 लाख रुपये फिर नगद दिए। इस तरह खेत और गहने बेचकर 13 लाख रुपए दे दिए। कुछ समय बाद उसे स्पीड पोस्ट से एक अप्वांटमेंट लेटर (नियुक्ति पत्र) मिला, जिसमें 21 नवंबर को हावड़ा डिविजनल रेलवे मैनेजर के सामने उपस्थित होने के लिए लिखा गया था।

इसके बाद युवक योगेश हिरवानी 20 नवंबर को अपने पिता और परिचित के साथ कोलकाता के हावड़ा पहुंचा। यहां राजेश महिलांग उसे 21 नवंबर को डिविजनल रेलवे मैनेजर के हेड ऑफिस ले गया। यहां विभिन्न कागजातों पर हस्ताक्षर करवाकर सर्विस बुक भरवाया गया। इसके बाद ट्रेनिंग पर जाने के लिए आदेश की कॉपी भी दी गई।

28 नवंबर को हावड़ा पहुंचकर उसने राजेश महिलांग से संपर्क किया। तब उसे वर्धमान स्टेशन पर बुलाया गया और निशिदिन होटल में रुकवाया गया। वहां लगभग 45 दिन तक दिलीप नाम के व्यक्ति ने उसे ट्रेनिंग देने का झांसा दिया।

इस दौरान राहुल सरकार नाम के रेलवे के अधिकारी के एक्सिस बैंक के खाते में 50 हजार रुपये और नगद 5 लाख रुपये दिए। कुछ समय बाद पीड़ित को ठगी का अहसास हुआ, तब तक उसने 18 लाख 50 हजार रुपए दे दिए थे।

इधर न तो युवक को रेलवे में नौकरी मिली और न ही उसके पैसे वापस लौटाए गए, जिसके बाद पीड़ित युवक की शिकायत पर पुलिस ने 4 आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। पुलिस ने राजेश महिलांग, सुनील पटेल सहित कोलकाता के 2 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। इनमें से एक आरोपी सुनील पटेल को गिरफ्तार किया गया है, जो दुर्ग जिले के उतई का रहने वाला है। वहीं 3 फरार आरोपियों की तलाश जारी है।

पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने योगेश की तरह और भी कई लोगों से नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी की है। आरोपी के पास से करोड़ों के लेन-देन का हिसाब मिला है। इसकी भी जांच की जा रही है। आरोपी एक चेन सिस्टम के माध्यम से ठगी कर रहे थे। इसके लिए उन्होंने कोलकाता में रेलवे ऑफिस की फर्जी सील और ऑफिस भी बना रखा था।