अंबिकापुर : अंबिकापुर पुलिस ने 10 दिन पहले हुए हत्या मामले में तीन हत्यारों को गिरफ्तार किया है। कार सवार नशेड़ी युवकों ने रामानुजगंज नाके से एक युवक को पहले किडनैप किया, फिर उससे लूटपाट की। विरोध करने पर नशेड़ी युवकों ने शख्स को बेदम पीटा। इतने में जी नहीं भरा, तो गला दबाकर उसे मौत की नींद सुला दी।
एनएच किनारे ठिकाने लगा दिए थे लाश
पुलस से मिली जानकारी के मुताबिक युवक के शव को आरोपियों ने अंबिकापुर-रामानुजगंज मुख्यमार्ग पर भफौली के पास एनएच किनारे फेंक दिया था। हत्यारे आदतन बदमाश और नशेड़ी हैं। तीनों के खिलाफ जशपुर जिले के बगीचा क्षेत्र में कई मामले दर्ज हैं।
अज्ञात युवक की मिली थी लाश
सरगुजा एडिशनल एसपी विवेक शुक्ला ने बताया कि 30 अगस्त को एक अज्ञात युवक की लाश मिलने की सूचना मिली थी। पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमार्टम कराया। इसके बाद पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा 302, 201 के तहत अपराध दर्ज किया था।
अंबिकापुर में रहकर करता था मजदूरी
युवक की शिनाख्त के लिए पुलिस कोशिश में जुटी थी। इस बीच युवक की शिनाख्त बलरामपुर जिले के ग्राम बकसपुर, कुसमी निवासी वीरेश अगरिया पिला सहजु अगरिया (35) के रूप में की गई। वह अंबिकापुर में रहकर मजदूरी करता था।
सरगुजा एसपी सुनील शर्मा के निर्देश पर सीएसपी स्मृतिक राजनाला के नेतृत्व में कोतवाली पुलिस टीम मामले की जांच में जुटी थी। मृतक का किसी से कोई विवाद नहीं होना पाया गया। प्रारंभिक जांच में शहर में लगे सीसी टीवी कैमरों की भी जांच शुरू की, तो पुलिस के हाथ बड़ा सुराग लगा।
रामानुजगंज चौक से कार में बैठाया था
पुलिस को सीसी टीवी फुटेज की जांच के दौरान 29 अगस्त की रात एक लाल रंग के कार में एक युवक को खींचकर बैठाने का फुटेज मिला। पुलिस ने जब सीसीटीवी फुटेज को क्लीयर किया तो अपहृत युवक का हुलिया एक दिन बाद मिले शव के हुलिए से मेल खा गया। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे में कैद लाल कार के मालिक की तलाश की। कार बगीचा के एक युवक के पास होने का पता चला। मुखबिरों के सहयोग से पुलिस आरोपियों तक पहुंच गई।
लूटपाट के इरादे से किया था अपहरण
पुलिस ने मामले में दुलदुला निवासी सुरेश यादव, कंचनडीह निवासी मुन्ना विश्वकर्मा, बगीचा निवासी कैलाश यादव को गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने लूटपाट के इरादे से युवक वीरेश अगरिया को कार में बैठाया था। आरोपियों ने वीरेश अगरिया के पास रखे नगदी को लूट लिया।
आरोपियों ने बताया कि इसका वीरेश अगरिया ने विरोध किया तो तीनों युवकों ने हाथ-मुक्के और डंडे से उसके साथ मारपीट की, फिर उसका गला दबा दिया। वीरेश अगरिया की मौत होने के बाद उसके शव को एनएच किनारे सूनसान इलाके में देर रात फेंककर फरार हो गए।