नईदिल्ली : बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता नसीरुद्दीन शाह अपने काम के साथ ही अपने बेबाक अंदाज के लिए सुर्खियां बटोरते हैं। वह कभी न कभी किसी न किसी मुद्दे पर अपने विचार साझा करते हैं, जो उन्हें अक्सर लाइमलाइट में ले आता है। लेकिन लाइमलाइट में लाने के साथ ही वह विवादों में भी घिर जाते हैं। नसीरुद्दीन शाह ने बीते दिनों ‘द वैक्सीन वॉर’ और ‘गदर 2’ जैसी फिल्मों पर तंज कसते हुए बयान दिया है, जो इन दिनों खूब चर्चा में है। नसीरुद्दीन के बयान पर अब ‘गदर 2’ के निर्देशक अनिल शर्मा ने रिएक्ट किया है। चलिए जानते हैं अनिल शर्मा ने नसीरुद्दीन शाह के वार का क्या पलटवार किया है…
अनिल शर्मा हैं हैरान
नसीरुद्दीन शाह का हाल ही में दिया गया एक बयान सुर्खियों में बना हुआ है। दिग्गज अभिनेता ने कहा था कि ‘गदर 2’ जैसी फिल्मों की सफलता परेशान करने वाली है। अब सनी देओल-स्टारर के निर्देशक ने नसीरुद्दीन शाह के बयान पर प्रतिक्रिया दी है। फिल्म के निर्देशक अनिल शर्मा ने रिएक्ट करते हुए कहा, ‘मैंने नसीर साहब का वह कोट पढ़ा। इसे पढ़कर मैं हैरान रह गया। नसीर साहब मुझे अच्छे से जानते हैं और वह यह भी जानते हैं कि मैं किस विचारधारा से हूं। मैं हैरान हूं कि वह गदर 2 के बारे में ऐसी बातें कह रहे हैं।’
नसीर साहब नहीं कह सकते ऐसी बात…
उन्होंने आगे कहा, ‘मैं कहना चाहूंगा कि गदर 2 किसी भी समुदाय के खिलाफ नहीं है। न ही यह किसी देश के खिलाफ है। गदर अपने आप में एक ऐसी फिल्म है जो देशभक्ति से भरपूर है। यह अगली कड़ी का हिस्सा है। यह एक प्रॉपर मसाला फिल्म है, जिसे लोग वर्षों से देखते आ रहे हैं तो मैं नसीर साहब से कहना चाहूंगा कि एक बार गदर 2 देखने के बाद वह अपना बयान जरूर बदल देंगे। मुझे अब भी लगता है कि वह ऐसी बातें नहीं कह सकते। मैं उनकी एक्टिंग का फैन रहा हूं। अगर उन्होंने ऐसा कहा है तो मैं उनसे अनुरोध करूंगा कि वह फिल्म एक बार जरूर देखें। मैंने हमेशा मसाला के उद्देश्य से सिनेमा बनाया है। इसमें मेरा कभी कोई राजनीतिक प्रचार नहीं रहा। नसीर साहब खुद इस बात से वाकिफ हैं।’
नसीरुद्दीन शाह ने की थी ‘गदर 2’ और ‘केरल स्टोरी’ की आलोचना
नसीरुद्दीन शाह से जब एक इंटरव्यू में पूछा गया था कि बॉलीवुड में फिल्म निर्माण के बदलते उद्देश्य के बारे में कुछ कहिए, तो उन्होंने कहा कि लोकप्रियता अब अंधराष्ट्रवाद से प्रेरित लगती है, जिसे वह हानिकारक मानते हैं। उन्होंने कहा, ‘अब आप जितने अधिक अंधराष्ट्रवादी होंगे, आप उतने ही अधिक लोकप्रिय होंगे, क्योंकि यही इस देश पर शासन कर रहा है। अपने देश से प्यार करना ही काफी नहीं है, बल्कि इसके बारे में ढोल पीटना और आपको काल्पनिक दुश्मन पैदा करना है। यह क्या है? लोगों को यह एहसास नहीं है कि वे जो कर रहे हैं वह बहुत हानिकारक है। वास्तव में, केरल स्टोरी और गदर 2 जैसी फिल्में, मैंने उन्हें नहीं देखा है लेकिन मुझे पता है कि वे किस बारे में हैं।’