छत्तीसगढ़

राममंदिर के प्रथम तल का 50 फीसदी काम पूरा, ट्रस्ट ने देश-दुनिया को दिखाई निर्माण की प्रगति, वीडियो

नईदिल्ली : श्रीरामजन्मभूमि परिसर में निर्माणाधीन राममंदिर का एक नया वीडियो सामने आया है। 59 सेकेंड के इस वीडियो में देश-दुनिया के भक्तों को मंदिर निर्माण की प्रगति दिखाई जा रही है। बृहस्पतिवार को श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चपंत राय ने इस वीडियो को अपने टिवटर हैंडल पर पोस्ट किया है। वीडियो में मंदिर के भूतल व प्रथम तल के लिए चल रहे कार्यों को दिखाया गया है। राममंदिर के प्रथम तल का 50 फीसदी काम पूरा हो चुका है।

वीडियो के बैकग्राउंड में मर्यादा की परिभाषा है, श्रीराम का भजन गूंज रहा है। पहले दृश्य में राममंदिर के विहंगम दृश्य को दिखाया गया है। दूसरे दिन में कारीगर पत्थर तराश रहे हैं जबकि तीसरे में रिटेनिंग वॉल को दिखाया गया है। चौथे दृश्य में मूर्तिकार पत्थरों पर मूर्तियों का निर्माण कर रहे हैं। पांचवे व छठवें दृश्य में गर्भगृह को दिखाया गया है।

बतातें चलें कि राममंदिर के भूतल का काम लगभग पूरा हो चुका है। भूतल की फर्श का काम अंतिम चरण में हैं, जबकि स्तंभों पर मूर्तियां उकेरने का काम भी तेजी से चल रहा है। वहीं प्रथम तल का 50 फीसदी काम पूरा हो चुका है। राममंदिर को प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षित रखने के लिए सुरक्षा दीवार का काम भी 80 फीसदी पूरा हो चुका है। इसके लिए 33 केवीए के पॉवर प्लांट की भी स्थापना की जा रही है। रामजन्मभूमि परिसर में सड़कों का भी निर्माण चल रहा है।

रामजन्मभूमि में स्थापित होगा भारत नाम का पत्थर, राजस्थान के भक्त ने श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को समर्पित किया है पत्थर
देश का नाम इंडिया की जगह भारत करने की चर्चा इन दिनों आम है। इसी बीच राजस्थान के एक भक्त ने भारत लिखा हुआ एक पत्थर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को समर्पित किया है। सूत्रों का दावा है कि इस पत्थर को राम जन्मभूमि परिसर में स्थापित किया जाएगा। अगर ऐसा हुआ तो श्री राम जन्मभूमि परिसर पहला ऐसा मंदिर होगा जहां पर भारत लिखा हुआ स्तंभ नए सिरे से स्थापित किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रयास है कि इंडिया शब्द हटाकर अब देश में सभी सरकारी गैर सरकारी संस्थानों में भारत नाम प्रयोग किया जाए। बीते दिनों जी-20 समिट के दौरान राष्ट्रपति कार्यालय से जारी किए गए आमंत्रण पत्र में भी रिपब्लिक आफ भारत लिखा होने के बाद चर्चा जोरों पर थी। वहीं भारत लिखे इस पत्थर के अयोध्या पहुंचने पर इन कयासों को पंख लग रहे हैं।

इस बारे में विश्व हिंदू परिषद के भूपेंद्र सिंह ने कहा कि भारत तो पहले से ही नाम था कुछ कथित लोगों ने इस देश का नाम इंडिया रख दिया। हमारे धार्मिक ग्रंथो में हमारी पूजा पद्धति में देश का नाम आने पर भारत ही कहा जाता है। प्रधानमंत्री का सपना है भारत को सिर्फ एक नाम से जाना जाए। जिसकी शुरुआत सर्वप्रथम राम जन्मभूमि से हो गई है। राम जन्मभूमि के कारसेवक पुरम कार्यालय में राजस्थान से भारत लिखा हुआ पत्थर राजस्थान के एक श्रद्धालु ने प्रभु श्री राम के मंदिर के लिए देकर यह संदेश दिया है कि राम जन्मभूमि भारत के नाम से पूरी दुनिया में मंदिर का नाम जाना जाएगा।