छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ : गणेशोत्सव आज से शुरू, रायपुर में चंद्रयान और ओलंपिक वाले गणपति, आज संयोग वैसा ही जैसा भगवान के जन्म के दिन था

नईदिल्ली : मंगलवार से गणेश उत्सव शुरू हो रहा है। इस दिन वैसा ही संयोग है जैसा पुराणों के मुताबिक भगवान गणेश के जन्म के दिन था। रायपुर में हजारों की तादाद पंडाल बने हैं । सार्वजनिक गणेश उत्सव आयोजित किया जा रहे हैं। इनमें सबसे ज्यादा चर्चा चंद्रयान और ओलंपिक वाले गणपति की है। इस रिपोर्ट में रायपुर के अनोखे पंडाल और पूजा मुहूर्त के बारे में जानिए।

सबसे पहले बात रायपुर के कालीबाड़ी में बने चंद्रयान वाले पंडाल की। ये गणेश पंडाल इन दिनों छत्तीसगढ़ समेत पूरे देश भर में आकर्षण का केंद्र बना हुआ है क्योंकि इसे चंद्रयान 3 की ऐतिहासिक सफलता की थीम पर बनाया गया है । इसमें आपको चंद्रयान से लेकर तारों की अनोखी दुनिया नज़र आएगी । इसे पश्चिम बंगाल के कारीगर बीते 2 महीनों से तैयार कर रहे हैं । 120 फ़ीट का पंडाल लॉन्चर की तरह तैयार किया गया है ।

7 लाख में बनकर तैयार हुआ पंडाल

पंडाल और मूर्ति को लेकर अब तक लगभग 10 लाख रुपए खर्च किए जा चुके हैं । सिर्फ पंडाल को बनाने में ही 5 से 7 लाख का खर्च आया है । पूरे पंडाल को हूबहू चंद्रयान 3 के लांचर की तरह बनाया गया है । पंडाल की ऊंचाई लगभग 120 फिट है वही चौड़ाई 70 फीट के आसपास है । इसे बनाने के लिए 45 कारीगरों की टीम तैयार की गई है जिसमें 25 वेस्ट बंगाल के हैं और बाकी के 20 छत्तीसगढ़ के। 60 दिन से अधिक समय में बनकर तैयार हुए इस पंडाल को अब अंतिम रूप दिया जा रहा है ।

मूर्ति की ये होगी खासियत

इस पंडाल में स्थापित होने वाली मूर्ति भी बेहद खास है । मूर्ति में एलियंस, वैज्ञानिक, तिरंगा, नव ग्रह, साधु-संतों के साथ-साथ शिवजी की जटाओं में सृष्टि की संचरना कैसे हुई यह दिखाया जायेगा । इसे माना में तैयार की जा रहा है ।

10 साल से शहीद परिवारों को दी जाती है श्रद्धांजलि जय भोले ग्रुप द्वारा हर साल अलग-अलग थीम पर पंडाल तो सजाया ही जाते हैं उसके साथ ही उसे साल शहीद हुए जवान, गर्मियों की भी तस्वीर लगाई जाती है उन्हें श्रद्धांजलि दी जाती है। साथी यदि किसी भी शहीद के परिवारजन आते हैं तुम्हें अलग से सम्मानित भी किया जाता है ।

छत्तीसगढ़ ओलंपिक वाले गणेश

छत्तीसगढ़ ओलंपिक्स पारंपरिक खेलों के खिलाड़ियों के लिए गर्व का विषय रहा है और अब इसी की झलक गणेश प्रतिमाओं में भी नजर आने वाली है । राजधानी रायपुर में इस बार छत्तीसगढ़ ओलंपिक में खेले जाने वाले खेलों टूल से गणेश प्रतिमा तैयार की गई है । गिल्ली डंडे, भौरा-रस्सी के साथ साथ बाटी का इस्तेमाल कर इस प्रतिमा को बनाया गया है । रायपुर में रहने वाला यादव परिवार सालों से गणेश प्रतिमाओं को बनाता आ रहा है और उनकी खासियत यही है कि वह हर साल एक नए तरह के गणेश प्रतिमा को बनाते हैं ।