नईदिल्ली : चीन के हांगझाऊ में चल रहे 19वें एशियन गेम्स में भारतीय पुरुष बैडमिंटन टीम इतिहास रचने से चूक गई. उसे चीन के खिलाफ गोल्ड मेडल मैच में हार का सामना करना पड़ा और सिल्वर मेडल के साथ संतोष करना पड़ा. भारत ने इस इवेंट में शानदार शुरुआत करते हुए पहले 2 मैचों में बेहतरीन जीत दर्ज की थी. इसके बाद चीन ने वापसी करते हुए अगले तीनों मैचों में जीत दर्ज करने के साथ भारत को मात दे दी.
भारत की तरफ से इस मैच में सबसे पहले सिंगल्स मुकाबले में लक्ष्य सेन उतरे जिन्होंने 22-20, 14-21 और 21-17 से जीत हासिल करते हुए अपना मैच जीता. इसके बाद डबल्स मैच में चिराग शेट्टी और सात्विकसाईराज रैंकीरेड्डी की जोड़ी ने योंग डुओ लियांग और वेंग चेंग की जोड़ी को सीधे सेटों में मात देते भारत को इस मैच में 2-0 की बढ़त दिला दी थी.
भारत की तरफ से तीसरे मैच में किदांबी श्रीकांत का सामना शिफेंग ली से हुआ. शिफेंग ने किदांबी को पहले सेट में 24-22 से मात दी. इसके बाद दूसरे सेट में श्रीकांत को एकतरफा 21-9 से मात मिलने के साथ चीन ने इस मैच में वापसी करना शुरू किया. इस इवेंट का चौथा मैच डबल्स में खेला गया जिसमें भारत की ध्रुव कपिल और साई प्रतीक की जोड़ी मैदान पर उतरी लेकिन उन्हें 21-6 और 21-15 से लगातार 2 सेटों में हार का सामना करना पड़ा.
मिथुन मंजूनाथ ने भी किया निराश, भारत को करना पड़ा सिल्वर से संतोष
इस अहम मुकाबले के आखिरी मैच में भारत की तरफ से उतरे मिथुन मंजूनाथ ने भी निराश किया और उन्हें चीन के वेंग होंगयांग खिलाड़ी से लगातार 2 सेटों में एकतरफा हार का सामना करना पड़ा. मिथुन मंजूनाथ ने पहला सेट जहां 21-12 से गंवाया वहीं दूसरे सेट में उन्हें 21-4 से हार का सामना करना पड़ा.