नई दिल्ली। मोस्ट वांटेड आतंकी शाहनवाज समेत तीन आतंकियों से स्पेशल सेल की पूछताछ में पता चला है कि इन आतंकियों का हैंडलर कोई और नहीं, बल्कि पाकिस्तान में बैठा आतंकी फरातुल्लाह गौरी है। भारत से फरार होने के वह बाद पाकिस्तान में आईएसआईएस के नाम पर भारत में नौजवानों को ऑनलाइन जिहाद के लिए तैयार कर रहा है।
वह कई वर्षों से भारत में बड़ी तबाही मचाने की योजना पर काम कर रहा है, पूर्व में इसके कई आतंकी अलग-अलग राज्यों में पकड़े जा चुके हैं। गत वर्ष भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने उसे आतंकी घोषित किया था। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि गौरी 30 वर्षों से आतंकवादी गतिविधियों से जुड़ा हुआ है।
फरातुल्लाह गौरी गुजरात में वर्ष 2002 में अक्षरधाम मंदिर पर हुए हमले में शामिल रहा है। इस घटना में 30 अधिक लोगों की मौत हुई थी। इसी वर्ष गौरी ने हैदराबाद में एसटीएफ कार्यालय में आत्मघाती हमला करवाया। हैदराबाद के कुरमागुड़ा का रहने वाला गौरी वर्ष 1994 में सउदी अरब गया, फिर वहां से वह वर्ष 2015 में पाकिस्तान फरार हो गया।
पाकिस्तान पहुंचने के बाद वह प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों, लश्कर-ए-तैयबा व जैश का प्रमुख सदस्य बन गया। हाल फिलहाल में फरातुल्लाह गौरी की एक्टिविटी एजेंसियों ने ट्रैक की है। वह यूट्यूब पर अपनी तकरीरें डालता है, इसमें वह भारत में नौजवानों को भड़काने की कोशिश करता है। एक तरह से वह सोशल मीडिया पर आतंक की कोचिंग चलाता है।स्पेशल सेल के सूत्रों ने बताया कि कुछ दिन पहले ही गौरी ने एक वीडियो बयान जारी किया है। इसमें गौरी की आवाज है और इंडियन मुजाहिद्दीन के आतंकियों की तस्वीरें हैं। वीडियो में वह बोल रहा है कि इंडियन एजेंसी और इंडियन पुलिस में दम नहीं है, जिहाद करना है और पुलिस से बचना है। सोशल मीडिया का इस्तेमाल सिर्फ जानकारी के लिए करें।
उसमें अपने विचार और जानकारी न डालें। हथियार तस्करों से हथियार खरीदते वक्त सावधानी बरतें। कई तो दोहरे एजेंट के तौर पर काम करते हैं। एक तरफ वो हथियार बेचते हैं, तो दूसरी तरफ वो एजेंसियों के एजेंट होते हैं। वीडियो में गौरी कह रहा है कि जो आतंकी जेल से रिहा होते हैं, दूसरे जिहादी उनसे दूरी बनाए रखें, क्योंकि एजेंसी जेल से छूटे जिहादियों का पीछा वर्षाें तक करती हैं।
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने यूट्यूब सवत उल हक और वाइस ऑफ ट्रूथ नाम चैनल बनाया हुआ है। इसी चैनल पर वह भड़काऊ तकरीरें लगातार अपलोड कर रहा है। अहमदाबाद ब्लास्ट के आरोपितों की फांसी की सजा के बाद गौरी की पहली भड़काऊ तकरीर उक्त यूट्यूब चैनल पर अपलोड की गई थी। गौरी ने राजस्थान में हुई कन्हैया लाल की हत्या को भी जायज ठहराया था।
आतंकी शाहनवाज जैतपुर पार्ट-दो इलाके में स्थित नंबरदार अपार्टमेंट में रह रहा था। इ-90 नंबर का नंबरदार अपार्टमेंट बहुमंजिला मकान है। स्थानीय लोग इस पर अधिक नहीं बता रहे हैं, उनका कहना है कि रविवार और सोमवार की दरमियान रात पुलिस टीम यहां पर आई थी। पुलिस जांच में पता चला है कि शाहनवाज बिना पुलिस सत्यापन के यहां पर रहा था। फिलहाल पुलिस इस मकान के मालिक से भी इस मामले में पूछताछ की तैयारी कर रही है।