रायपुर। छत्तीसगढ़ बीजेपी में लगातार संभावित प्रत्याशियों के खिलाफ कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन जारी है। गुरुवार को सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता रायपुर के बीजेपी मुख्यालय में घुस गए। बड़े नेताओं से मिलने की जिद करते हुए हंगामा कर दिया। आरंग से आए कार्यकर्ताओं ने कहा कि हमें पैराशूट लैडिंग नहीं चाहिए।
आरंग से पैदल मार्च करते हुए पहुंचे कार्यकर्ता जमीन पर बैठ गए और प्रदर्शन करने लगे। दरअसल, आरंग विधानसभा सीट से गुरु खुशवंत साहेब का नाम चर्चा में है, जिसके कारण कई कार्यकर्ता नाराज हैं। प्रदेश कार्यालय में मौजूद कुछ पदाधिकारियों ने इन्हें समझाने का प्रयास किया।
जमीनी कार्यकर्ता को मिले टिकट
कार्यकर्ताओं ने कहा कि, हम किसी व्यक्ति विशेष के लिए नहीं आए हैं। हम गुरु खुशवंत का सम्मान करते हैं। हमारा कहना है कि जिसे पार्टी में आए 15 दिन हुए हैं, ऐसे लोगों को बतौर विधायक प्रत्याशी दिखना सही नहीं है। कुछ जगह से हमको जानकारी मिली है कि आरंग से टिकट के लिए उनका नाम सामने आया है।
कार्यकर्ताओं ने आगे कहा कि, किसी को भी टिकट दे दें हम तो पूरी मेहनत करेंगे और कमल के फूल को जिताएंगे। हम चाहते हैं कि, जिन्होंने शिव डहरिया के खिलाफ मेहनत की ऐसे किसी जमीनी कार्यकर्ता को टिकट मिलना चाहिए। हमें पैराशूट लैंडिंग नहीं चाहिए।
पैदल मार्च करते हुए सभी प्रदेश कार्यालय में घुसे।
कार्यकर्ताओं ने कहा कि, हमें दुख हुआ, तकलीफ हुई, कार्यकर्ताओं और आम मतदाताओं में आक्रोश है। भाजपा के वो नेता-कार्यकर्ता, जिन्होंने लगातार संघर्ष किया, आरंग विधायक और सरकार में मंत्री शिव डहरिया के खिलाफ खड़े रहे, ऐसे लोगों को ही टिकट मिलना चाहिए।
इन कार्यकर्ताओं ने किया गुरु खुशवंत का विरोध।
लगातार हो रहे संभावित प्रत्याशियों के खिलाफ प्रदर्शन
बीजेपी ने 21 प्रत्याशियों की पहली लिस्ट के बाद अब तक दूसरी लिस्ट जारी नहीं की है। सिर्फ कयासों और संभावित नाम को लेकर यह विवाद हो रहा है। कई नामों पर भाजपा के भीतर ही बवाल है। बड़े नेताओं तक शिकायतें की गई हैं। 2 दिन पहले ही छत्तीसगढ़ी फिल्म एक्टर अनुज शर्मा का भी विरोध हुआ था। रायपुर के धरसींवा में उनका पुतला जलाया गया।
गुरु खुशवंत साहेब, भाजपा के कार्यकर्ताओं की बैठकें भी ले रहे हैं।
कौन है गुरु खुशवंत जिनका हो रहा विरोध
सतनामी समाज के धार्मिक गुरु बालदास साहेब के बेटे हैं खुशवंत साहेब। पिता के साथ सामाजिक कामों में सक्रिय अब राजनीतिक मैदान में हैं। अगस्त में ही भाजपा की सदस्यता ली है। इससे पहले साल 2013 में छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के समय बालदास भाजपा का समर्थन करते थे।
2018 विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने कांग्रेस का हाथ थाम लिया था। बालदास कांग्रेस में तरजीह न मिलने से खफा थे, तो बेटे के साथ भाजपा की सदस्यता ले ली। अमित शाह के रायपुर दौरे के वक्त खुशवंत साहेब ने आरंग विधानसभा सीट से बीजेपी के टिकट चुनावों लड़ने की इच्छा जताई थी।