नईदिल्ली : एशियाई खेल 2023 एक बार फिर विवादों में घिर गया है। कबड्डी में पुरुष टीम के फाइनल में भारत और ईरान के बीच जमकर विवाद हुआ। हालांकि, खिलाड़ी आपस में नहीं भिड़े। मैच रेफरी और दोनों टीमों के खिलाड़ियों के बीच जमकर बहस हुई। कभी भारत के खिलाड़ी धरने पर बैठे तो कभी ईरान के खिलाड़ियों ने मैट पर बैठकर अपना विरोध जताया। मैच अधिकारी बार-बार अपना फैसला पलटते रहे। जिस टीम ने ज्यादा दबाव बनाया फैसला उसी के पक्ष में हो गया। 40 मिनट में खत्म हो जाने वाला कबड्डी का मैच विवाद की वजह से लगभग एक घंटे कर रुका रहा। अंत में फैसला भारत के पक्ष में हुआ। भारत को निर्णायक बढ़त मिली और टीम इंडिया ने यह मैच 33-29 से अपने नाम किया। कबड्डी टीम से पहले भारत के किशोर जेना और ज्योति याराजी के मुकाबले भी विवादों रह चुके हैं। हालांकि, दोनों मौकों पर भारतीय खिलाड़ी सही थे।
कैसे शुरू हुआ विवाद?
इस मैच में शुरुआत से ही दोनों टीमों के बीच कांटे की टक्कर थी। पहले हाफ के बाद भारतीय टीम 17-13 से आगे थी। दूसरे हाफ में ईरान ने वापसी की और अंत तक कांटे की टक्कर जारी थी। जब मैच में सिर्फ दो मिनट का खेल बचा था और स्कोर 28-28 की बराबरी पर था, तब रेफरी के एक फैसले को लेकर विवाद हो गया। भारतीय कप्तान पवन शेहरावत रेड के लिए गए थे। वह किसी भी डिफेंडर को छुए बिना लॉब में चले गए और रेफरी ने उन्हें आउट करार दिया। नियमों के अनुसार यह फैसला सही था, लेकिन पवन के साथ-साथ ईरान के पांच खिलाड़ी भी लॉबी में चले गए। इस पर रेफरी ने सिर्फ एक खिलाड़ी को आउट करार दिया, जबकि भारतीय टीम की मांग थी कि लॉबी में जाने वाले सभी खिलाड़ियों को आउट करार दिया जाए।
भारतीय टीम के विरोध के बाद रेफरी ने अपना फैसला पलटा तो ईरान ने विरोध शुरू कर दिया। ऐसे में रेफरी बार-बार अपना फैसला बदलते रहे और दोनों टीमें इसका विरोध करती रहीं। मैच को निलंबित कर दिया गया अंत में फैसला भारत के पक्ष में आया।
क्यों हो रहा विवाद?
भारतीय टीम का कहना है कि लॉबी में जाने वाले सभी खिलाड़ी (पवन शेहरावत और अफगानिस्तान के सभी डिफेंडर) आउट हैं। वहीं, ईरान के खिलाड़ियों का कहना है कि उनकी टीम का सिर्फ एक डिफेंडर आउट है। पुराने नियमों के अनुसार लॉबी में जाने वाले सभी खिलाड़ी आउट हैं। वहीं, प्रो कबड्डी लीग के नियमों के अनुसार ईरान का सिर्फ एक डिफेंडर आउट होगा। भारतीय टीम का कहना है कि प्रो कबड्डी लीग का नियम अंतरराष्ट्रीय कबड्डी में नहीं आया है, जबकि ईरान का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय कबड्डी के नियम बदलने के बाद ही प्रो कबड्डी लीग के नियम बदले गए हैं। अंत में फैसला भारत के पक्ष में रहा।