भुवनेश्वर : ओडिशा के बालासोर ट्रेन हादसे में जान गंवाने वाले 28 अज्ञात शवों का अंतिम संस्कार कराने की प्रक्रिया भुवनेश्वर नगर निगम (BMC) ने मंगलवार (10 अक्टूबर) को चार महीने बाद शुरू कर दी.
भुवनेश्वर के एम्स (AIIMS) अस्पताल ने बीएसमी के अधिकारियों को सीबीआई के अधिकारियों की मौजदूगी में नौ शव सौंपे. इन लोगों की बॉडी जून में हुए एक्सीडेंट के बाद से अस्पताल के पास थी. इस रेल एक्सीडेंट में कुल 297 लोगों की जान गई थी
एम्स और बीएमसी ने क्या कहा?
भुवनेश्वर के एम्स के सुपरिटेंडेंट दिलीप परिदा ने कहा कि हमने लोगों के शव देना शुरू कर दिया है. ऐसे में अब बीएसमी की जिम्मेदारी है कि वो अंतिम संस्कार कराएं. वहीं बीएमसी कमिश्नर विजय अमृता कुलंगे ने कहा कि हमने अंतिम संस्कार कराना शुरू कर दिया है. हमारी योजना है कि अगले एक से दो दिन में इसे पूरा काम कर लिया जाए.
बीएमसी मेयर सुलोचना दास ने कहा, “ट्रेन हादसे में मारे गए जिन लोगों के शवों की पहचान नहीं हो सकी, उनका वैज्ञानिक तरीके से निपटारा करने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया जारी की गई है.”
बता दें कि एम्स को 161 शव मिले थे. इसमें से उसने 81 परिवार सदस्यों को पहले चरण में दिए. फिर दूसरे फेस में 53 लोगों की बॉडी घरवालों की दी गई. इसके अलावा 28 लोग ऐसे रहे जिनकी पहचान नहीं हो पाई.
एक्सीडेंट कैसे हुआ?
ओडिशा के बालासोर जिले के बाहानगा बाजार रेलवे स्टेशन के पास दो जून को तीन ट्रेनों की टक्कर हो गई थी. इसमें शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस, बेंगलुरु-हावड़ा सुपर फास्ट एक्सप्रेस और एक अन्य रेल थी. इस हादसे में 1,200 से अधिक लोग घायल हो गए थे.