नईदिल्ली : दिग्गज अभिनेत्री आशा पारेख ने हिंदी सिनेमा को कई बेहतरीन फिल्में दी हैं। 60 और 70 के दशक की शानदार अभिनेत्रियों में से एक आशा पारेख, पद्म श्री और दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से सम्मानित हैं। 81 की उम्र में भी आशा, छोटे पर्दे पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर दर्शकों का दिल जीत लेती हैं। साथ ही अभिनेत्री सम-सामयिक मुद्दे और इंडस्ट्री में चल रही हलचल पर भी बारीकी से गौर फरमाती नजर आती हैं। इसी कड़ी में दिग्गज अभिनेत्री ने सुपरहिट फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ के निर्माताओं की आलोचना की है। साथ ही बड़ा सवाल उठाकर उनकी क्लास लगाती नजर आई हैं।
दिग्गज अभिनेत्री आशा पारेख ने अपने हालिया इंटरव्यू में ‘द कश्मीर फाइल्स’ के निर्माताओं की आलोचना करते हुए सवाल उठाया है कि क्या उन्होंने जम्मू-कश्मीर में हिंदुओं के कल्याण के लिए अपने मुनाफे में से कोई योगदान दिया है। एक इंटरव्यू में आशा से ‘द कश्मीर फाइल्स’ और ‘द केरल स्टोरी’ जैसी फिल्मों के विवादों के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने जवाब दिया, ‘मैंने वे फिल्में नहीं देखी हैं, इसलिए मैं उनसे जुड़े विवादों पर टिप्पणी नहीं कर सकती।’
आशा पारेख से जब यह पूछा गया कि क्या ऐसी फिल्में बननी चाहिए तो उन्होंने कहा, ‘अगर लोग देख रहे हैं तो उन्हें देखना चाहिए।’ ‘द कश्मीर फाइल्स’ की अपार लोकप्रियता और बॉक्स ऑफिस पर इसकी महत्वपूर्ण सफलता के बारे में, आशा पारेख ने एक विवादास्पद मुद्दा उठाते हुए कहा, ‘हां, लोगों ने द कश्मीर फाइल्स देखी। मैं यहां कुछ विवादास्पद बात कहूंगी…फिल्म के निर्माता ने 400 करोड़ रुपये कमाए। उसमें से उन्होंने जम्मू-कश्मीर में रहने वाले हिंदुओं के कल्याण के लिए कितना पैसा दिया? जिनके पास पानी, बिजली नहीं है। निर्माता ने उन्हें कितने पैसे दिए?’
आशा पारेख ने निर्माताओं पर तंज जारी रखते हुए कहा, ‘हर किसी के हिस्से का भुगतान करने के बाद, निर्माताओं के पास लाभ का हिस्सा होगा। मान लीजिए कि 400 करोड़ रुपये की कमाई में से 200 करोड़ रुपये कमाए, तो वे लोगों की मदद के लिए 50 करोड़ रुपये दान कर सकते थे।’ विवेक अग्निहोत्री द्वारा लिखित और निर्देशित ‘द कश्मीर फाइल्स’ में 1990 के आसपास सशस्त्र विद्रोह के शुरुआती चरणों में घाटी से कश्मीरी पंडितों के पलायन को दर्शाया गया है।
फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ का निर्माण विवेक ने अपनी पत्नी पल्लवी जोशी, तेज नारायण अग्रवाल और के साथ किया था। फिल्म में पल्लवी ने भी मुख्य भूमिका निभाई और उन्हें सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला। मिथुन चक्रवर्ती और अनुपम खेर की मुख्य भूमिका वाली इस फिल्म को राष्ट्रीय एकता पर सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के लिए नरगिस दत्त पुरस्कार भी मिला।