मुंबई : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के चीफ शरद पवार की बेटी और सांसद सुप्रिया सुले ने गुरुवार (12 अक्टूबर) को बड़ा खुलासा किया. उन्होंने कहा कि मई में एनसीपी के अध्यक्ष पद से शरद पवार के इस्तीफा देने का कारण पार्टी के कई नेताओं के बीजेपी के साथ जाने की जिद थी.
एनसीपी की वर्किंग प्रेसिडेंट सुप्रिया सुले ने दावा करते हुए कहा, ”पवार साहब (शरद पवार) कभी इस्तीफा नहीं देना चाहते थे.” दरअसल हाल ही में अजित पवार गुट के नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री छगन भुजबल ने कहा था कि पार्टी ने निर्णय लिया था कि वे (शरद पवार) इस्तीफा दे देंगे.
छगन भुजबल ने क्या दावा किया था?
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, छगन भुजबल ने एक मराठी न्यूज चैनल को इंटरव्यू देते हुए दावा किया था कि शरद पवार बीजेपी के साथ जाने को तैयार नहीं थे. ऐसे में तय किया गया कि वो इस्तीफा देंगे और सुप्रिया को पार्टी चीफ बनाया जाएगा. एनसीपी बीजेपी के साथ गठबंधन कर लेगी और सरकार का हिस्सा बन जाएगी.
शरद पवार क्यों आहत थे?
सुप्रिया सुले ने कहा, ”शरद पवार ने इस्तीफा इसलिए दिया क्योंकि वो आहत थे. पार्टी में कई नेता उन्हें बार-बार बीजेपी के साथ जाने को कह रहे थे. आपको लगा ये ड्रामा है, लेकिन ऐसा नहीं था.” हालांकि शरद पवार ने 2 मई को दिया इस्तीफा पार्टी वर्करों के विरोध प्रदर्शन के बाद वापस ले लिया.
सुप्रिया सुले ने क्या कहा?
सुप्रिया सुले ने कहा कि शरद पवार ने पार्टी के नए अध्यक्ष चुनने को लेकर कमेटी गठित करने का सुझाव दिया, लेकिन छगन भुजबल ने कहा कि ये सही नहीं रहेगा. भुजबल ने कहा कि आप (शरद पवार) पद पर रहे.
बता दें कि एनसीपी को तोड़कर इस साल जुलाई में अजित पवार एकनथ शिंदे और बीजेपी की सरकार में शामिल हो गए थे. इसके बाद वो डिप्टी सीएम बन गए.