छत्तीसगढ़

एक मोमो के लिए आधे घंटे चले ईंट-पत्थर, चार थानों की फोर्स के साथ DCP ने संभाला मोर्चा; इलाके में PAC तैनात

वाराणसी। आदमपुर थाना क्षेत्र के कोनिया इलाके में रविवार रात करीब आठ बजे एक मोमो के विवाद में दो पक्षों के लोग आमने-सामने आ गए। दोनों पक्षों में ईंट-पत्थर चलने से क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। करीब आधे घंटे चले पथराव में कई चोटिल हो गए।

घायलों का पुलिस ने मंडलीय अस्पताल में उपचार कराया। वहीं, पुलिस कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। पुलिस ने बताया कि मोमो बेचने वाले समेत तीन लोगों को मामूली चोट आई है। हालात काबू में करने के लिए जैतपुरा, सारनाथ, कोतवाली और आदमपुर थानों की फोर्स बुलाई गई।

भारी फोर्स के साथ पहुंचे डीसीपी

अपर पुलिस आयुक्त कानून-व्यवस्था चिनप्पा शिवसिम्पि और डीसीपी काशी जोन आरएस गौतम भारी फोर्स के साथ पहुंचे तो उपद्रवी भाग निकले। घटनास्थल पर एहतियातन पीएसी तैनात कर दी गई है।

विजईपुरा चौराहे के पास करन नामक युवक मोमो की दुकान लगाता है। खजुरिया का रहने वाला टोटो चालक अरुण राजभर मोमो खरीदने पहुंचा। मोमो लेने के दौरान एक टुकड़ा जमीन पर गिर गया। इसी मामूली सी बात को लेकर तू-तू, मैं-मैं होने लगी। वहां मौजूद लोगों ने टोटो चालक अरुण राजभर की पिटाई कर दी।

दो पक्षों के लोग आए आमने-सामने

कुछ देर बाद घायल चालक कई लोगों के साथ मौके पर पहुंचा। वहीं, दूसरे पक्ष के लोग भी सामने आ गए। देखते ही देखते पत्थरबाजी होने लगी। बाजार निकले लोग इधर-उधर गलियों और घरों में पनाह मांगने लगे। महिलाएं भागने के साथ जोर-जोर चिल्लाने लगीं।

डीसीपी काशी जोन आरएस गौतम ने बताया कि रात 9:40 बजे तक किसी पक्ष ने तहरीर नहीं दी है। यह जरूर बताया कि बवाल में मोमो बेच रहे करन, मौके पर मौजूद एक युवक अरविंद और राहगीर अभिषेक को चोट आई है। तीनों के स्वजन उनका इलाज करा रहे हैं।

40 मिनट बाद पहुंची आदमपुर पुलिस

घटनास्थल पर 10 मिनट के अंदर पहुंचने का दावा करने वाली कमिश्नरेट पुलिस रविवार को ढीली दिखी। अधिकारी घटनास्थल के लिए निकल पड़े और आदमपुर पुलिस घटनास्थल खोजती रही। स्थिति यह थी कि आगे-आगे आदमपुर पुलिस और पीछे-पीछे अधिकारी पहुंचे।

स्थानीय लोगों का कहना है कि समय से पुलिस पहुंची होती तो शायद बात इतनी नहीं बढ़ती। सबसे पहले फैंटम पहुंची।