छत्तीसगढ़

न्यूजक्लिक विवाद : न्यूजक्लिक मामले में प्रबीर पुरकायस्थ और अमित चक्रवर्ती को राहत नहीं, कोर्ट ने 2 नवंबर तक पुलिस हिरासत में भेजा

नईदिल्ली : न्यूज़क्लिक के संस्थापक प्रबीर पुरकायस्थ और मानव संसाधन विभाग के प्रमुख अमित चक्रवर्ती की मुश्‍किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं. न्‍यूज पोर्टल पर फंड प्राप्त करने के आरोप में आतंकवाद विरोधी कानून यूएपीए के तहत मामला दर्ज कर किया गया था. इस मामले में अब दिल्ली की एक अदालत ने बुधवार (25 अक्‍टूबर) को दोनों आरोप‍ियों को 2 नवंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है.

पोर्टल पर चीन के समर्थन में प्रचार प्रसार करने आरोप लगे हैं. आरोपियों को पहले दी गई 15 दिन की न्यायिक हिरासत की अवधि समाप्त होने के बाद कोर्ट में पेश किया गया. द‍िल्‍ली पुलिस ने 10 अक्टूबर को अदालत से आरोपी व्यक्तियों को जेल भेजने का आग्रह किया था और कहा था कि एजेंसी बाद में उनसे हिरासत में आगे की पूछताछ की मांग कर सकती है. 
 
‘गवाहों और कुछ ड‍िवाइस के साथ आमना-सामना कराना चाहती है पुलि‍स’
पुलिस ने बुधवार को न्यायाधीश से कहा कि वह आरोपियों का सामना कुछ गवाहों और कुछ उपकरणों के साथ कराना चाहती है. इन सभी को मामले की जांच के दौरान पाया गया और डेटा एकत्र किया गया. 

‘पुरकायस्थ के वकील ने किया पुलिस रिमांड याचिका का विरोध’
पुरकायस्थ की ओर से पेश वकील अर्शदीप सिंह खुराना ने पुलिस रिमांड याचिका का विरोध करते हुए दावा किया कि आवेदन में कोई नया आधार नहीं है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 3 अक्टूबर को पुरकायस्थ और चक्रवर्ती दोनों को इस मामले में गिरफ्तार किया था. 

एफआईआर के मुताबिक, भारत की संप्रभुता को बाधित करने और देश के खिलाफ असंतोष पैदा करने के लिए न्यूज पोर्टल को बड़ी राश‍ि चीन से म‍िली थी.  

‘2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान रची सा‍ज‍िश’

इसमें यह भी आरोप लगाया गया कि पुरकायस्थ ने 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान चुनावी प्रक्रिया को बाधित करने के लिए एक समूह – पीपुल्स अलायंस फॉर डेमोक्रेसी एंड सेक्युलरिज्म (पीएडीएस) के साथ भी साजिश रची थी. पुलिस ने कहा कि एफआईआर में नामित संदिग्धों और डेटा के विश्लेषण करने के बाद सामने आए संदिग्धों के ख‍िलाफ गत 3 अक्टूबर को अकेले द‍िल्‍ली में 88 और अन्य राज्यों में 7 जगहों पर छापेमारी की गई.

जांच के दौरान पत्रकारों के आवास व कार्यालयों से जब्‍त की 300 इलेक्ट्रॉनिक गैजेट 
न्यूज़क्लिक के कार्यालयों और जिन पत्रकारों की जांच की गई उनके आवासों से करीब 300 इलेक्ट्रॉनिक गैजेट भी जब्त किए. छापेमारी के बाद दिल्ली और एनसीआर में स्पेशल सेल ने 9 महिला पत्रकारों समेत 46 लोगों से पूछताछ भी की.