तिरुवनंतपुरम। केरल के वायनाड जिले में चमगादड़ों में निपाह वायरस की मौजूदगी की संभावना है। केरल सरकार ने ICMR की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए बुधवार को इसकी जानकारी दी। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद ने अपने द्वारा एकत्र किए गए चमगादड़ों के नमूनों के अध्ययन के आधार पर यह जानकारी दी है। मंत्री ने आगे कहा कि इस रिपोर्ट का मतलब यह नहीं है कि वायनाड जिले में वायरस के ताजा मामले थे। इस रिपोर्ट का उद्देश्य केवल राज्य की स्वास्थ्य प्रणाली और आम जनता को सावधान करने और सचेत करने के लिए जारी किया गया है।
वायनाड के अलावा अन्य जिलों में भी वायरस की आशंका
राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने राज्य में निपाह प्रकोप की वर्तमान स्थिति के बारे में पत्रकारों से बात की। उन्होंने कहा , ‘वायनाड ही नहीं, अन्य जिलों में भी चमगादड़ों में निपाह वायरस के मौजूद होने की आशंका है।’
बता दें कि पिछले महीने कोझिकोड जिले में छह लोग संक्रमित हो गए थे, जिसमें से दो की मौत हो गई थी। मंत्री ने आगे कहा कि वे सभी लोग जो संक्रमित लोगों की संपर्क में आए थे, उन्होंने अपना आइसोलेशन और क्वारंटाइन पूरा कर लिया है। उन्होंने यह भी कहा कि यह गर्व की बात है कि राज्य में निपाह वायरस से मृत्यु दर में 33 प्रतिशत की कमी आई है।
केरल वन हेल्थ सेंटर बनाया गया
मंत्री ने वायरस से निपटने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कोझिकोड-विशिष्ट मानक संचालन प्रोटोकॉल (sop) जारी करने जैसे विभिन्न उपायों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा, इसके अतिरिक्त, निपाह अनुसंधान के लिए एक केरल वन हेल्थ सेंटर भी बनाया गया है। वर्तमान में, सार्वजनिक स्वास्थ्य के संबंध में सभी विभागों की क्षेत्रीय गतिविधियों का एकीकरण होगा और कोझिकोड मेडिकल कॉलेज का एक हिस्सा होगा।