जम्मू : उत्तरी कश्मीर के सीमावर्ती इलाके में सेना के जवानों ने आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिश को नाकाम करते हुए दो आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया. जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जानकारी शेयर करते हुए कहा कि कुपवाड़ा पुलिस की ओर से दी गई एक विशेष जानकारी के आधार पर, मच्छल सेक्टर में एक मुठभेड़ शुरू हुई, जिसमें अब तक दो आतंकवादी मारे गए हैं. ऑपरेशन चल रहा है.
पुलिस ने बताया कि अन्य आतंकवादियों के खिलाफ तलाशी अभियान जारी रखा गया है. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, खुफिया तंत्र को पहले ही पता चल गया था कि आतंकियों का एक दल कुपवाड़ा में नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ करने की फिराक में है. इस जानकारी के आधार पर निगरानी रखी गई. पिछले एक सप्ताह में जम्मू-कश्मीर के अंदर आतंकवादियों की घुसपैठ की ये दूसरी घटना है. इससे पहले बीते रविवार को उरी सेक्टर में सेना ने आतंकवादियों की घुसपैठ को नाकाम करते हुए दो आतंकियों को मार गिराया था.
जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा अधिकारियों की बैठक
जम्मू-कश्मीर में सर्दी जल्दी आ गई. ऐसे समय में घुसपैठ की कोशिश करने की संभावनाएं बढ़ जाती है. क्योंकि बर्फबारी से पहाड़ी दर्रे बंद होने से पहले आतंकवादी घाटी में दाखिल होना चाहते हैं. इससे पहले बीते दिन बुधवार (25 अक्टूबर) को सुरक्षा अधिकारियों की बैठक हुई थी जिसमें आतंकवादियों की घुसपैठ रोकने को लेकर चर्चा की गई.
बैठक से जुड़े अधिकारियों ने कहा कि सभी सुरक्षा एजेंसियों ने वर्तमान में हो रहे इजरायल-हमास युद्ध को लेकर जम्मू कश्मीर में सुरक्षा और रणनीति बनाने का फैसला किया है. जम्मू-कश्मीर पुलिस, सीआरपीएफ, सेना और खुफिया एजेंसियों सहित विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों ने किसी भी घटना से निपटने को लेकर अपनी रणनीति बताई.
जम्मू कश्मीर में आतंकवाद को लेकर सुरक्षा एजेंसियां चाक-चौबंद है. बीते दिनों जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा था कि 2023 में सिर्फ 10 स्थानीय युवाओं ने आतंकवाद का रास्ता चुना. उन्होंने आतंकवादियों से हिंसा छोड़कर मुख्यधारा में लौटने की अपील भी की.