छत्तीसगढ़

अशोक गहलोत के बेटे वैभव को मिली मोहलत, उधर देश के पांच शहरों में ED की ताबड़तोड़ रेड

जयपुर : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को ईडी ने कुछ दिनों की मोहलत दे दी है. उन्होंने केस के 12 साल पुराना होने का हवाला देते हुए दस्तावेज जुटाने के लिए समय मांगा है. केंद्रीय एजेंसी ने आज पांच शहरों में रेड की. यह रेड अशोका यूनिवर्सिटी के संस्थापकों में शामिल लोगों पर की गई. दिल्ली, मुंबई से लेकर पंजाब तक में कम से कम 17 ठिकानों पर छापेमारी की गई है.

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत आज प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश नहीं होंगे. एजेंसी ने उन्हें विदेशी मुद्रा कानूनों के उल्लंघन मामले में पूछताछ के लिए बुलाया था. उन्होंने 15 दिनों की मोहलत मांगी थी लेकिन एजेंसी ने चार दिन की मोहलत दी है और 30 अक्टूबर को पेश होने कहा है. ईडी ने ये समन राजस्थान में 25 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले जारी किए हैं. मुख्यमंत्री के बेटे ने कहा कि उन्हें दस्तावेज जुटाने में समय लगेगा और 2011 के पूरे डॉक्यूमेंट्स के साथ एजेंसी के सामने पेश होंगे.

आरोपों में कहा गया है कि 2011 में मॉरीशस स्थित फर्म से ट्राइटन होटल्स को फंड डायवर्ट किया गया था, जहां होटल के 2500 शेयर 39,900 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर खरीदे गए थे, जबकि उस समय शेयरों की कीमत सिर्फ 100 रुपए प्रति शेयर थी. ईडी ने इससे पहले अगस्त में जयपुर, उदयपुर, मुंबई और दिल्ली में समूह और उसके प्रमोटरों के ठिकानों पर तीन दिनों तक तलाशी ली थी. रतन कांत शर्मा के वैभव गहलोत के साथ संबंध भी जांच के दायरे में हैं, क्योंकि शर्मा वैभव गहलोत के साथ एक कार रेंटल कंपनी में पूर्व बिजनेस पार्टनर थे.

अशोक गहलोत को निशाना बनाने की कोशिश- वैभव गहलोत

माना जा रहा है कि, ईडी विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत वैभव गहलोत से पूछताछ करेगी और उनका बयान दर्ज करेगी. ईडी के समन के जवाब में वैभव गहलोत ने कहा है कि यह 12 साल पुराना मामला है और उनका दावा है कि केंद्र सरकार सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है. उनका मानना है कि ये हरकतें चुनाव से पहले उनके पिता अशोक गहलोत को निशाना बनाने की कोशिश है. वैभव गहलोत ने आगे कहा कि वे पहले ही इस मामले पर स्पष्टीकरण दे चुके हैं और कहा है कि जब भी बुलाया जाएगा वह पूछताछ के लिए पेश होंगे.

अशोका यूनिवर्सिटी के संस्थापकों में शामिल लोगों पर रेड

प्रवर्तन निदेशालय इस बीच आज पांच शहरों में छापेमारी कर रही है. संभवत: मनी लॉन्ड्रिंग का ही केस है. यह कार्रवाई पैराबोलिक ड्रग से जुड़ा केस है. पीएमएलए कानून के तहत 17 लोकेशन पर रेड की गई है. इनमें दिल्ली में सात लोकेशन, मुंबई में तीन और पंजाब के पंचकूला, अंबाला और चण्डीगढ़ में छापेमारी की गई है. कंपनी के डायरेक्टर, प्रमोटर प्रणव गुप्ता और विनीत गुप्ता पर 16 हजार करोड़ के बैंक फ्रॉड का आरोप लगाया गया है. दोनों नामी अशोका यूनिवर्सिटी के संस्थापक कमेटी के सदस्य में शामिल थे.