बारामुला : कश्मीर घाटी में आतंकियों ने लगातार तीसरे दिन मंगलवार को हमला करते हुए उत्तरी कश्मीर के बारामुला में एक हेड कांस्टेबल की हत्या कर दी। पूरे इलाके में घेराबंदी कर आतंकियों की तलाश की जा रही है। इस बीच पुलिस ने एडवाइजरी जारी करते हुए कहा है कि छुट्टी पर गए पुलिसकर्मी अनावश्यक रूप से बाहर न घूमें। घरों में ही रहें। सार्वजनिक जगहों पर खेलने या टहलने से परहेज करने को भी कहा गया है।
उत्तरी कश्मीर के बारामुला जिले के टंगमर्ग में मंगलवार को आतंकवादियों ने पुलिस के हेड कांस्टेबल गुलाम मोहम्मद डार को घर के पास काफी करीब से गोली मार दी। घायलावस्था में उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्होंने दम तोड़ दिया। कश्मीर जोन पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर किए गए पोस्ट में लिखा कि आतंकवादियों ने वाइलोलू क्रालपोरा निवासी पुलिस हेड कांस्टेबल गुलाम मोहम्मद डार को उनके आवास के पास गोली मार दी। उन्हें इलाज के लिए एसडीएच टंगमर्ग में स्थानांतरित किया गया। घायल पुलिसकर्मी ने चोटों के कारण दम तोड़ दिया। पोस्ट में लिखा कि हम शहीद को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और इस महत्वपूर्ण घड़ी में उनके परिवार के साथ खड़े हैं। इलाके की घेराबंदी कर दी गई है। सर्च ऑपरेशन जारी है।
इससे पूर्व आतंकवादियों ने सोमवार को पुलवामा में यूपी उन्नाव के प्रवासी मजदूर मुकेश कुमार की लक्षित हत्या कर दी थी जो इलाके में एक ईंट के भट्ठे पर काम करता था। रविवार को आतंकवादियों ने श्रीनगर के ईदगाह में क्रिकेट खेल रहे पुलिस सब-इंस्पेक्टर मसरूर को गोली मारी थी जो अभी भी अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है। मसरूर पर हुए हमले के पीछे टीआरएफ के चीफ ऑपरेशनल कमांडर बासित अहमद डार का हाथ बताया जा रहा है जो दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले के रेडवानी पाईन का रहने वाला है। बताया जा रहा है कि उसने टर्किश पिस्टल से नजदीक से मसरूर पर गोलियां चलाई थी।
प्रवासी मजदूर की हत्या के बाद शाम को बाहर निकलने से परहेज करने की हिदायत
सूत्रों के अनुसार श्रीनगर के ईदगाह में पुलिसकर्मी मसरूर पर हुए हमले और पुलवामा में प्रवासी मजदूर मुकेश कुमार की हत्या के बाद श्रीनगर शहर के साथ सभी जिलों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। जगह-जगह नाकाबंदी लगाकर संदिग्ध व्यक्तियों की तलाशी ली जा रही है। मजदूर की हत्या के बाद संबंधित थानों द्वारा अपने इलाकों में रहने वाले मजदूरों और अन्य कारीगरों को शाम के समय बिना मतलब बाहर घूमने से परहेज करने को कहा गया है। हालांकि इसको लेकर किसी ने भी औपचारिक पुष्टि नहीं की है।
प्रवासी मजदूर की हत्या में कई को पूछताछ के लिए उठाया
पुलवामा में मारे गए मुकेश के मामले में कई युवकों को पुलिस ने पूछताछ के लिए उठाया है। शुरुआती जांच में हमले के पीछे लश्कर का हाथ होने की बात सामने आ रही है। भट्ठे पर काम करने वाले मुकेश के एक साथी ने कहा कि मुकेश कुमार चार बच्चों का पिता था। सोमवार सुबह करीब 9 बजे वह ईंट भट्टा छोड़कर अपने परिवार को पैसे ट्रांसफर करने के लिए पास के बाजार में गया था। सुबह करीब 10 बजे हमने उसे कई बार फोन किया लेकिन वह फोन नहीं उठा रहा था। इस बीच भट्ठे का मालिक आया तो उसे बताया गया कि हमारा एक साथी बैंक गया था और अभी तक वापस नहीं आया। वह हमारा फोन भी नहीं उठा रहा है। मालिक ने हमसे कहा कि बाजार जाओ और देखो कि वह कहां है लेकिन रास्ते में हमने उसका शव देखा। मुकेश पिछले 5 महीनों से यहां काम कर रहा था। उसने कहा कि घटना के बाद हम डरे हुए हैं। हम में से किसी ने भी खाना नहीं खाया है। हम प्रशासन और पुलिस से हमारा ख्याल रखने का अनुरोध करते हैं। हम यहां केवल अपने परिवार के गुजारे के लिए पैसा कमाने आए हैं। यहां किसी से कोई लेना-देना नहीं है।