छत्तीसगढ़

मैदान के बाहर अब जुबानी जंग: शाकिब बोले-जीत के लिए कुछ भी करूंगा, मैथ्यूज ने कहा- किसी को इतना गिरते नहीं देखा…

नईदिल्ली : वनडे विश्व कप 2023 में बांग्लादेश और श्रीलंका के मैच में टाइम आउट के फैसले की वजह से काफी बवाल हुआ। मैच के बाद श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने बांग्लादेशी खिलाड़ियों से हाथ भी नहीं मिलाया। मैच के दौरान मैदान के अंदर जंग के बाद अब एंजेलो मैथ्यूज और शाकिब अल हसन के बीच मैदान के बाहर भी जंग जारी है। दोनों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान टाइम आउट को लेकर बयान दिया है। साथ ही एक दूसरे पर निशाना भी साधा है।

मैथ्यूज ने विपक्षी कप्तान और टीम को लेकर कहा कि वह कभी इन लोगों की इज्जत नहीं कर पाएंगे। वहीं, शाकिब ने कहा कि यह जंग है और इसे जीतने के लिए वह कुछ भी करेंगे। मैच के दौरान श्रीलंकाई पारी के 25वें ओवर में मैथ्यूज बल्लेबाजी के लिए आए थे। वह दो मिनट तक गेंद का सामना करने के लिए तैयार नहीं हुए तो बांग्लादेश ने उनके खिलाफ टाइम आउट की अपील की और उन्हें वापस जाना पड़ा।

शाकिब ने मैच के बाद क्या कहा?

बांग्लादेश के कप्तान शाकिब ने मैच के बाद कहा- मुझे अपनी अपील पर कोई पछतावा नहीं है। मैंने जो किया नियमों के दायरे में रहते हुए किया है। मैथ्यूज दो मिनट से ऊपर का समय ले चुके थे। मेरे एक साथी ने मुझसे कहा कि ये समय ले रहा है और हम टाइम्ड आउट की अंपायर से अपील कर सकते हैं। इसके बाद मैंने अंपायर से अपील कर दी। मैं मैथ्यूज को 2006 से जानता हूं। हम अंडर-19 विश्व कप से एक दूसरे के खिलाफ खेलते आ रहे हैं। अपील के बाद वह मेरे पाए आए और मुझसे कहा कि क्या वह अपनी अपील वापस ले रहे हैं, मैंने इसे वापस लेने से इन्कार कर दिया। मैंने अंपायर से जाकर कहा कि उन्हें आउट दिया जाए तो अंपायर ने पूछा कि आप पक्का ऐसा करना चाहते हैं तो मैंने कहा कि अगर यह नियमों में है तो आउट दिया जाए। हम एक जंग में हैं और मैं वह सब कुछ करूंगा जो हमारी टीम को जिताने के लिए मुझे करना होगा। यह सही है या गलत इसको लेकर हमेशा चर्चा होती रहेगी, लेकिन मैंने वही किया, जो नियमों में था। 

खेल भावना पर क्यो बोले शाकिब

खेल भावना को लेकर शाकिब ने कहा, ‘अगर यह नियम के खिलाफ है तो आईसीसी को इस पर गौर करना चाहिए और नियम को बदल देना चाहिए।’ पत्रकारों द्वारा शाकिब को यह कहे जाने पर कि खुद को मैथ्यूज की जगह रखकर देखें और बताएं यदि आप के साथ ऐसा होगा तो कैसा महसूस करेंगे? इस सवाल के जवाब में शाकिब ने कहा, ‘मैं सावधान रहूंगा और यह मेरे साथ नहीं होगा।’

मैच को लेकर शाकिब ने कहा- जब हमने टॉस जीता तो हमें पहले गेंदबाजी का फैसला करने में कोई हिचक नहीं थी। हमने देखा था कि यहां ओस एक महत्वपूर्ण किरदार निभाता है। मेरे और शांतो के बीच जो साझेदारी हुई वह कमाल की थी। हमें मैच पहले खत्म करना था और विकेट कम गिरने देना था। हमें पता है कि युवा खिलाड़ी हमारी टीम का भविष्य हैं। इसी कारण से हम हृदोय जैसे खिलाड़ियों को बैक कर रहे हैं।

शाकिब और बांग्लादेश की इज्जत नहीं कर पाऊंगा’

मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में मैथ्यूज ने कहा- मैंने कुछ गलत नहीं किया। जब मेरे हेलमेट का स्ट्रिप टूटा तब भी दो मिनट होने में पांच सेकंड रहते थे। यह पूरी तरह उपकरण के अचानक बिगड़ने का मामला था। मेरे पास वीडियो का प्रूफ है। शाकिब और बांग्लादेश ने पूरी तरह से गलत किया है। यह पूरी तरह से खेल की छवि के खिलाफ है। मैं आज के बाद शाकिब और बांग्लादेश की इज्जत नहीं कर पाऊंगा। यहां तक अंपायर को भी इस ओर ध्यान देना चाहिए था। एक तरफ क्रिकेटरों की सुरक्षा की बात की जाती है। अगर मेरा हेलमेट बिगड़ गया था तो मैं गेंदबाज के सामने बिना हेलमेट के कैसे खेल सकता था। शाकिब ने आज खेल को बदनाम किया है। मेरे 15 साल के करियर में कभी भी इस तरह से खेल की छवि खराब करने वाली घटना नहीं हुई।

क्यों हो रहा विवाद?

दरअसल, श्रीलंकाई पारी के दौरान 25वें ओवर में सदीरा समराविक्रमा के आउट होने के बाद श्रीलंका के बल्लेबाज एंजलो मैथ्यूज बल्लेबाजी करने आए थे। एंजलो मैथ्यूज के हेलमेट में समस्या थी, जिस वजह से उनके स्ट्राइक लेने में देरी हुई। मैथ्यूज के पास पहले गेंद को फेस करने के लिए दो मिनट का समय था, लेकिन उससे ज्यादा देर हो गई, जिसके बाद बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन ने टाइम आउट की अपील की। अंपायर ने इसे लेकर काफी देर तक आपस में चर्चा की और उसके बाद मैथ्यूज को आउट करार दिया। मैच के फोर्थ अंपायर एड्रियन होल्डस्टॉक ने बताया, ‘जब मैथ्यूज के हेलमेट का स्ट्रैप टूटा, तब तक दो मिनट की अवधि समाप्त हो चुकी थी।’ इसके बचाव में एंजलो मैथ्यूज ने एक वीडियो पोस्ट किया है। वहीं, बांग्लादेशी पारी के दौरान मैथ्यूज ने शाकिब को आउट किया था। इसके बाद मैथ्यूज ने शाकिब की ओर देखते हुए घड़ी दिखाई थी और टाइम आउट का इशारा किया था। दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने एक दूसरे से हाथ भी नहीं मिलाया था।

क्या कहता है नियम?

क्रिकेट के नियम बनाने वाली संस्था मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (MCC) के अनुसार अगर कोई बल्लेबाज पिछला विकेट गिरने के तीन मिनट के अंदर खेलने के लिए तैयार नहीं होता है, तो विपक्षी टीम की अपील पर उसे आउट दिया जा सकता है। वनडे क्रिकेट में यह समय दो मिनट का है, जबकि टी-20 में 90 सेकेंड का है।

सोशल मीडिया पर पूर्व क्रिकेटर्स की प्रतिक्रियाएं

पूर्व पाकिस्तानी गेंदबाज वकार यूनिस ने शाकिब की अपील को खेल भावना के विपरीत करार दिया। वहीं, पूर्व भारतीय ओपनर गौतम गंभीर ने लिखा- ‘दिल्ली में जो हुआ वह बेहद निराशाजनक है।’ ऑस्ट्रेलिया के ओपनर उस्मान ख्वाजा ने मैथ्यूज के टाइम आउट पर सवाल उठाया है।

उन्होंने लिखा- ‘मैथ्यूज को टाइम आउट कैसे दिया जा सकता है, जबकि वह क्रीज पर थे और उनके हेलमेट का स्ट्रैप टूट गया था। यह टाइम आउट कैसे हुआ। अगर वह क्रीज पर नहीं आते तो मैं टाइम आउट के पक्ष में होता, लेकिन यह गलत है।’ इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने लिखा- ‘हेलमेट की दिक्कत के लिए टाइम आउट…यह क्रिकेट वर्ल्ड कप में नया है।’ पूर्व भारतीय क्रिकेट मोहम्मद कैफ ने लिखा- शाकिब जीत पर भरोसा जरूर करें, पर किसी भी कीमत पर नहीं…यह घटना शर्मनाक है।