छत्तीसगढ़

सौरव गांगुली ग्‍लेन मैक्‍सवेल की 201 रन की पारी को महानतम नहीं मानते हैं , बोले- सचिन-विराट की पारियां देख चुका हूं

नई दिल्‍ली। भारतीय टीम के पूर्व कप्‍तान सौरव गांगुली ने ग्‍लेन मैक्‍सवेल की अफगानिस्‍तान के खिलाफ खेली मैच विनिंग पारी की तारीफ की, लेकिन वो इस पर सहमत नहीं हुए कि इसे वनडे प्रारूप की महानतम पारी माना जाए।

याद दिला दें कि ग्‍लेन मैक्‍सवेल ने ऑस्‍ट्रेलिया को अफगानिस्‍तान पर 3 विकेट की यादगार जीत दिलाई थी। ऑस्‍ट्रेलियाई टीम 292 रन के लक्ष्‍य का पीछा करते समय 7 विकेट 91 रन के स्‍कोर पर गंवा चुकी थी। तब मैक्‍सवेल ने 128 गेंदों में 21 चौके और 10 चौके की मदद से नाबाद 201 रन बनाकर कंगारू टीम को जीत दिलाई थी।

मैक्‍सवेल की पारी की खास बात यह रही कि वो क्रैंप्‍स और दर्द से जूझते रहे, लेकिन फिर भी अंत तक खेलना जारी रखा और टीम को जीत दिलाई। कोलकाता में दिल्‍ली कैपिटल्‍स के ट्रेनिंग कैंप से इतर पत्रकारों से बातचीत में सौरव गांगुली ने मैक्‍सवेल की पारी पर अपनी प्रतिक्रिया दी।

सौरव गांगुली का बयान

नहीं, नहीं। मैं इस पारी को वनडे प्रारूप की महानतम पारी नहीं मानता। मैंने सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली की कई शानदार पारियां देखी हैं। मैंने कुछ शानदार पारियां देखी हैं। मैक्‍सवेल की पारी खास इसलिए है क्‍योंकि उनकी परिस्थिति अलग थी। वो क्रैंप्‍स से जूझ रहे थे। दौड़ नहीं पा रहे थे। वो पुछल्‍ले बल्‍लेबाज के साथ क्रीज पर जमे हुए थे। वो छक्‍के जमा रहे थे। मगर सचिन और विराट कई शानदार पारियां खेल चुके हैं।

दक्षिण अफ्रीका से भिड़ेगी ऑस्‍ट्रेलिया

बता दें कि ऑस्‍ट्रेलिया ने अफगानिस्‍तान को मात देकर सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्‍की कर ली थी। ऑस्‍ट्रेलियाई टीम सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका से भिड़ेगी क्‍योंकि वर्ल्‍ड कप 2023 के नियम के मुताबिक प्‍वाइंट्स टेबल में टॉप पर रहने वाली टीम की सेमीफाइनल में भिड़ंत चौथे स्‍थान पर रहने वाली टीम से होगी और दूसरे व तीसरे स्‍थान पर रहने वाली टीमों के बीच दूसरा सेमीफाइनल खेला जाएगा।

अफगानिस्‍तान को जीतना चाहिए था मैच

सौरव गांगुली का साथ ही मानना है कि अफगानिस्‍तान को ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ मैच जीतना चाहिए था क्‍योंकि उनकी पकड़ अच्‍छी थी। गांगुली ने कहा, ”अफगानिस्‍तान ने बहुत अच्‍छा खेल दिखाया और उन्‍हें जीत दर्ज करना चाहिए थी। मैक्‍सवेल ने शानदार पारी खेली। मगर अफगानिस्‍तान की गेंदबाजी और कप्‍तानी अच्‍छी नहीं रही।”