बंगलूरू। दीपों के त्योहार के बीच रविवार को भारतीय टीम नीदरलैंड के खिलाफ देशवासियों को खुशियों की सौगात देने उतरेगी। टीम इंडिया अब तक इस विश्व कप में एक भी मैच नहीं हारी है। रोहित शर्मा की टीम की यही कोशिश रहेगी कि भारत अपराजेय का रिकॉर्ड लेकर सेमीफाइनल में खेलने उतरे। रोहित ने ऐसा कर दिया तो विश्व कप में लगातार नौ मैच जीतने वाले वह देश के पहले कप्तान होंगे।
भारतीय टीम ने भी कभी विश्व कप में लगातार नौ मैच नहीं जीते हैं। वहीं विराट कोहली के पास दीपावली पर वनडे में शतकों का अर्धशतक लगाने का सुनहरा मौका होगा। अगर वह ऐसा कर लेते हैं तो न सिर्फ सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़ देंगे बल्कि वनडे में 50 शतक लगाने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज बन जाएंगे।
543 रन बना चुके हैं विराट कोहली
विराट के पास यहां शतक लगाने का सुनहरा मौका इस वजह से भी है, क्यों कि वह शानदार फार्म में चल रहे हैं। इस विश्व कप में दो शतकों की मदद से 543 रन बना चुके हैं। उनकी बल्लेबाजी भी ऐसी रही है कि एक बार निगाहें जमने के बाद वह विकेट देते नजर नहीं आए हैं। फिर वह चिन्नास्वामी स्टेडियम की रग-रग से वाकिफ हैं। आरसीबी का होने के नाते यहां उन्हें जबरदस्त समर्थन मिलेगा। विराट ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शतक लगाकर सचिन के वनडे में सर्वाधिक 49 शतक की बराबरी की थी।
यह भी पहली बार है जब विराट ने विश्व कप में 500 से अधिक रन बनाए हैं। वह इससे पहले 2011 में 282, 2015 में 305 और 2019 के विश्व कप में 443 रन बना चुके हैं। यह पहला ऐसा विश्व कप है जिसमें वह भारतीय बल्लेबाजों में रनों के मामले में अव्वल चल रहे हैं। 2011 में सचिन, 2015 में शिखर धवन और 2019 में रोहित शर्मा का जलवा रहा था।
सूर्यकुमार से होगी रनों की उम्मीद
भारत के अब तक के अभियान में सूर्यकुमार यादव ही ऐसे हैं जिन्होंने बल्लेबाजों में अर्धशतक नहीं लगाया है। टीम प्रबंधन इस मुकाबले में उनके बल्ले से रन निकलते देखना चाहेगा। उन्होंने चार मैचों में 21.25 की औसत से सिर्फ 85 रन बनाए हैं। हार्दिक पांड्या के चोटिल होने पर उन्हें टीम में जगह मिली थी। ऊपरी क्रम में खेलने वाले अन्य भारतीय बल्लेबाजों ने कम से कम अर्धशतक जरूर लगाया है।
रोहित-गिल दिला रहे अच्छी शुरुआत
रोहित शर्मा ने अब तक इस विश्व कप में भारत को बेहद आक्रामक शुरुआत दी है। उन्होंने शुभमन गिल के साथ तीन अर्धशतकीय साझेदारियां निभाई हैं, चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रोहित-ईशान की जोड़ी उतरी थी, लेकिन बाकी मुकाबलों में रोहित-गिल ने ओपनिंग की है। अन्य चार मुकाबलों में रोहित-गिल की जोड़ी जल्दी अलग हुई है।
इन दोनों ने बांग्लादेश के खिलाफ 12.4 ओवर में 88, न्यूजीलैंड के खिलाफ 11.1 ओवर में 71 और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 5.5 ओवर में 62 रन की तेज साझेदारियां की हैं। दोनों की कोशिश यही रहेगी कि नीदरलैंड के खिलाफ एक और बड़ी तेज शुरुआत देकर सकारात्मक तरीके से सेमीफाइनल में उतरें।
भारतीय गेंदबाजों से निपटना नीदरलैंड के सामने चुनौती
इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा बुमराह (15 विकेट), सिराज (10), शमी (16), जडेजा (14), कुलदीप (12) की गेंदबाजी ने प्रभावित किया है। दो जीत हासिल कर चुके नीदरलैंड के सामने इसी से निपटने की चुनौती होगी। नीदरलैंड के पास लोगन वान बीक, बास डी लीडे और पाल वान मीकेरन जैसे अच्छे गेंदबाज हैं। वहीं भारतीय मूल के तेजा निदामनुरू और कप्तान स्कॉट एडवर्ड्स बल्लेबाजी में अच्छी लय में हैं।
मैच से पहले भारतीय कोच राहुल द्रविड़ ने कहा- रोहित वाकई एक लीडर हैं। उन्होंने मैदान के अंदर और बाहर दोनों जगह उदाहरण रखते हुए अगुवाई की है। कुछ मैच ऐसे थे जो हमारे लिए कठिन हो सकते थे, लेकिन रोहित ने जिस तरह की आक्रामक शुरुआत हमें दी, उसने मुकाबले को पूरी तरह खोल दिया। उनकी तेज शुरुआत ने दूसरे क्रिकेटरों के लिए चीजों को आसान बना दिया।
विश्व कप के लिए दोनों टीमें इस प्रकार हैं:
भारत: रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, केएल राहुल (विकेटकीपर), सूर्यकुमार यादव, रवींद्र जडेजा, मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह, कुलदीप यादव, मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा, रविचंद्रन अश्विन, ईशान किशन, शार्दुल ठाकुर।
नीदरलैंड: वेस्ले बर्रेसी, मैक्स ओडॉड, कॉलिन एकरमैन, साइब्रांड एंगेलब्रेक्ट, स्कॉट एडवर्ड्स (विकेटकीपर/कप्तान), बास डी लीडे, तेजा निदामानुरु, लोगन वान बीक, रोल्फ वान डर मर्व, आर्यन दत्त, पॉल वान मीकेरन, साकिब जुल्फिकार, विक्रमजीत सिंह, शारिज अहमद, नूह क्रोज।