नईदिल्ली : भारतीय टीम ने अपने और वर्ल्ड कप 2023 के आखिरी लीग मैच में नीदरलैंड्स को 160 रनों से हराया. यह भारतीय टीम की टूर्नामेंट में लगातार 9वीं जीत रही. विश्व कप के लीग स्टेज में सिर्फ इंडिया ही ऐसी टीम रही, जिसने कोई मैच नहीं गंवाया. नीदरलैंड्स के खिलाफ मैच के बाद कप्तान रोहित शर्मा ने उस फॉर्मूले का खुलासा कर दिया कि कैसे मेन इन ब्लू ने टूर्नामेंट में लगातार 9 जीत अपने नाम कीं.
नीदरलैंड्स के खिलाफ मैच के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कहा, “टूर्नामेंट की शुरुआत से हम एक वक़्त पर एक गेम के बारे में सोच रहे थे और उसमें अच्छा कर रहे थे. हम कभी ज़्यादा लंबा सोचना नहीं चाह रहे थे क्योंकि ये लंबा टूर्नामेंट है. हमारे लिए ये ज़रूरी था कि हम एक मैच पर ध्यान लगाएं और उसे अच्छे से खेलें. सभी ने यही किया. आप अलग वेन्यू और अलग कंडीशन में खेलते हैं, तो आपको उसी हिसाब से खेलना होता है और हमने वही किया. हमने जिस तरह से 9 मैचों में खेला, उससे बहुत खुश हूं.”
रोहित शर्मा ने आगे कहा, “ऐसा इसलिए क्योंकि अलग-अलग लोगों ने अलग-अलग वक़्त पर अपना काम किया. ये टीम के लिए अच्छे संकेत होते हैं जब सभी ज़िम्मेदारी लेना चाहते हैं और टीम के लिए काम करना चाहते हैं. हालांकि हमने भारत में बहुत क्रिकेट खेला है और कंडीशन जानते हैं, फिर भी जब अलग विरोधी टीम से अलग कंडीशन में खेलते हैं, तो ये अलग चैलेंज होता है. हमने कंडीशन को अच्छी तरह परखा. हमने चार मैचों में रच चेज के साथ टूर्नामेंट की शुरुआत की और फिर हमें पहले बल्लेबाज़ी करके बोर्ड पर टोटल लगाना था. फिर तेज़ गेंदबाज़ों ने स्पिनर्स के साथ मिलकर अपना नाम काम किया.”
भारतीय कप्तान ने कहा, “ड्रेसिंग रूम का माहौल अच्छा रखने के लिए रिजल्ट मैटर करता है. बहुत सारी उम्मीदें हैं, जिसे हम एक साइड में रखकर खेल पर ध्यान देंगे. एक बार टूर्नामेंट शुरू होने के बाद हमने एक दूसरे के साथ का आनंद लिया. हम मैदान पर उत्साह और मस्ती के साथ गेम खेलना चाहते थे और ये हमारे प्रदर्शन में झलका. जब आप ऐसी चीज़े करते हैं, हम माहौल अच्छा रखते हैं और खिलाड़ी बिनी किसी बोझे के परफॉर्म करते हैं.”
रोहित शर्मा ने आगे गेंदबाज़ों को लेकर कहा, “जब आपके पास पांच गेंदबाज़ होते हैं, तो आप टीम के लिए विकल्प बनाना चाहते हैं. आज हमारे पास 9 गेंदबाज़ थे. ये ऐसा गेम था, जहां हम कुछ चीज़ें ट्राई कर सकते थे. तेज़ गेंदबाज़ उस समय वाइड यॉर्कस फेंक रहे थे, जब इसकी ज़रूरत नहीं थी. बॉलिंग यूनिट के तौर पर हम अलग करना चाहते थे और देखना चाहते थे कि हम क्या हासिल कर सकते हैं.