नईदिल्ली : विराट कोहली ने इस वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल मैच में अपने वनडे करियर का 50वां शतक लगाया, और भारत और दुनिया के महान पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के उस रिकॉर्ड को तोड़ दिया, जिसे एक वक्त असंभव बताया जा रहा था. सचिन तेंदुलकर ने अपने करियर में कुल 49 वनडे शतक लगाए थे, और जब उन्होंने यह रिकॉर्ड बनाया था, तब ज्यादातर लोगों का मानना था कि उनके इस रिकॉर्ड की बराबरी करना लगभग नामुमकिन है.
क्या विराट के दौर में आसान हुई बल्लेबाजी?
अब विराट कोहली ने ना सिर्फ सचिन के उस रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है, बल्कि उनसे एक कदम आगे भी निकल चुके हैं. विराट को इस उपलब्धि के लिए दुनियाभर के क्रिकेटर्स ने उन्हें बधाई दी है, लेकिन कुछ क्रिकेटर्स का ऐसा भी मानना है कि आज के दौर में बल्लेबाजी आसान हो गई है, और अगर सचिन इस जमाने में खेलते तो उनके रन और शतक दोनों डबल होते.
पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज गेंदबाज वकार यूनिस ने अपने ट्विटर हैंडल के जरिए विराट को उनके इस खास उपलब्धि की बधाई तो दी थी, लेकिन उसके बाद उन्होंने एक अन्य पोस्ट में लिखा कि, वनडे क्रिकेट बल्लेबाजों के लिए काफी फ्रेंडली हो गया है. आईसीसी को मेरा सुझाव है कि मैच में 2 नई गेंद की शुरुआत करनी चाहिए. 30 ओवर के बाद पुरानी गेंद हटा देनी चाहिए, और नई गेंद से आगे गेंदबाजी करनी चाहिए. उसके अंत में गेंद सिर्फ 35 ओवर पुरानी होगी. हमें अंत में थोड़ी बहुत रिवर्स स्विंग भी देखने को मिलेगी. रिवर्स स्विंग की कला को बचाकर रखें.
आज के जमाने में डबल होते सचिन के शतक
पाकिस्तान के इस पूर्व दिग्गज की बात पर श्रीलंका के महान पूर्व क्रिकेटर सनथ जयसूर्या ने भी अपना समर्थन किया है. जयसूर्या ने वकार के इस पोस्ट पर कमेंट करते हुए कहा कि, मैं वकार यूनिस से सहमत हूं, कुछ बदलाव करने की जरूरत है. अगर सचिन तेंदुलकर आज के पावरप्ले नियम में दो नई गेंद से खेलते तो उनके रन और शतक दोनों डबल होते.