रायपुर : छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की बड़ी हार और खुद चुनाव हारने के बाद टीएस सिंहदेव ने बड़ा बयान दिया है. सिंहदेव ने कहा है कि वो अगर जीत जाते तो अगले चुनाव में आने वाली पीढ़ियों के लिए सीट छोड़ देते, लेकिन हार कर मैदान नहीं छोड़ेंगे. इतना ही नहीं उन्होंने बीजेपी के सीएम चेहरे को लेकर भी बड़ी बात कही है.
अंबिकापुर विधानसभा में रोमांचक मुकाबले में बीजपी के राजेश अग्रवाल ने तीन बार के विधायक और डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव को 94 वोट से हरा दिया है. जिसके बाद टीएस सिंहदेव लगातार अपने निवास पर अपनी हार की समीक्षा कर रहे हैं. इसी दौरान टीएस सिंहदेव ने मीडिया के कई सवालों का बेबाकी से जवाब दिया. क्या कहा टीएस सिंहदेव ने आगे जानते हैं.
टीएस सिंहदेव ने कहा कि बीजेपी को जीत की बधाई. सरकारें अच्छा काम करती रहती हैं. कांग्रेस की पिछली सरकार ने बहुत से अच्छे काम किए हैं. मैं उम्मीद करूंगा कि उन कामों में निरंतरता बनी रहे. छत्तीसगढ़ के हित में, सरगुजा के हित में अच्छे काम होते रहें. हार जीत का सवाल है. इसमें बहुत सारे बिंदु रहते हैं, कई कारण रहते हैं. सिंहदेव ने आगे कहा कि सरगुजा संभाग में अप्रत्याशित परिणाम पिछली बार भी सामने आया था. इसके ठीक उलट संभाग की 14 की 14 सीट बीजेपी ने जीती है, तो इसके लिए बधाई.
‘गलतियों को दूर करने का होगा प्रयास’
खुद के 94 वोट से हार पर टीएस सिंहदेव ने कहा कि मुझमें कुछ कमियां रही होंगी. जिस कारण से लोगों ने इस चुनाव में मुझे नहीं अपनाया और मैं जनमत का संपूर्ण आदर करते हुए उसे स्वीकार करता हूं. प्रयास करूंगा कि मेरे से जो कमियां, गलतियां हुई होगी. उनको दूर करने के लिए आगे प्रयास करता रहूंगा. प्रदेश में हार को लेकर जिम्मेदारी के सवाल पर सिंहदेव ने कहा दूसरे के ऊपर कभी बात नहीं रखनी चाहिए. जब आदमी खेलने जाता है तो विकेट खराब है, बॉल ऐसी हो गई, ये बात नहीं होना चाहिए. खेलना आपको है. अगर आउट हो गए तो उसको स्वीकारिये. अगले बार जो गलती हुई उसे नहीं दोहराएंगे.
हार कर नहीं छोडूंगा मैदान-सिंहदेव
अपने आखिरी चुनाव के सवाल पर सिंहदेव ने कहा कि मैंने इस चीज को ध्यान में रखकर कहा था कि चुनाव जीतूंगा. उसके बाद आने वाली पीढ़ियों के लिए उसको सौंप देता और पार्टी में बना रहता. लेकिन हार के मैदान कभी नहीं छोडूंगा. हारा हूं तो पांच साल पूरा प्रयास करूंगा, क्षेत्र में लोगों से संपर्क बनाने की कोशिश करता रहूंगा, लोगों के बीच में रहूंगा. उनके लिए जो भी पहल कर सकता हूं जैसा वो चाहेंगे. लोकसभा चुनाव लडने के सवाल पर कहा कि मैं विधानसभा में ही रहना चाहूंगा.
सीएम पद की ‘पसंद’ भी बताई
वहीं बीजेपी से सीएम के सवाल पर सिंहदेव ने कहा कि जो नाम चल रहे हैं. तीन बार के मुख्यमंत्री रमन सिंह हैं. टिकट के बंटवारे में भी ये चर्चा चली की उनकी राय ज्यादा चली और जीत कर आए हैं तो उनका पक्ष मजबूत दिखता है. फिर पार्टी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव हैं. वो भी चुनाव जीतकर आए हैं. आरएसएस कैडर के माने जाते हैं. बीजेपी में आरएसएस कैडर के लोगों को इज्जत मिलती है. मुख्यमंत्री के चुनाव में उनका भी नाम चल रहा है. दो नाम सरगुजा संभाग से सुनने में आ रहा है. एक नाम विष्णु देव साय और एक रेणुका सिंह का. हमारे बीच की है सरगुजा लोकसभा की है. अनुभव भी है, मंत्री के रूप में काम की है. उनको भी मौका मिल जाएगा. मुझे व्यक्तिगत तौर पर भी खुशी होगी कि अपने बीच की हैं और मुख्यमंत्री बन गए.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ओपी चौधरी का भी नाम आता है, नए हैं. पहली बार जीते हैं. अधिकारी रहे हैं, लेकिन शासन में नहीं रहे हैं. पता नहीं उनको मौका देंगे या नहीं. इनके अलावा और भी नाम हो सकते हैं, लेकिन रमन सिंह का पलड़ा भारी है. आम नागरिक के तौर पर मेरी पसंद रमन सिंह या रेणुका सिंह रहेंगी.