महासमुंद : छतीसगढ़ के विधानसभा चुनावों में नेताओं के साथ-साथ उनके कार्यकर्ताओं का भी हाई जोश देखा गया. राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के साथ-साथ उनके कार्यकर्त्ता ने भी चुनाव में बड़ी भागदौड़ की. अपने नेता को जिताने के लिए वो भी कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते थे. इसलिए उन्होंने भी रात-दिन एक कर रखा था. अपने नेताओं की जीत के बाद कहीं उनके कार्यकर्ता जश्न मनाते नजर आए तो अपने नेता की हार के बाद उनके कार्यकर्त्ता भी मायूस दिखाई दिए. छतीसगढ़ के महासमुंद जिले से भी कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है.
महासमुंद जिले के खल्लारी विधानसभा से बीजेपी प्रत्याशी अलका नरेश चंद्राकर की हार का उनके कार्यकर्त्ता पर गहरा असर पड़ा. अलका नरेश चंद्राकर की हार के बाद एक कार्यकर्त्ता ने अपनी आधी मूंछ और आधे बाल मुंडवा लिए. दरअसल, गांव बिहांझर के रहने वाले डेरहाराम यादव बीजेपी कार्यकर्ता है. उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी अलका नरेश चंद्राकर का खूब प्रचार भी किया. जिसके बाद वो बीजेपी प्रत्याशी अलका नरेश चंद्राकर की जीत को लेकर पूरी तरह आश्वस्त थे. डेरहाराम यादव की तरफ से अलका नरेश चंद्राकर की जीत का दावा भी किया गया था. यहीं नहीं उनकी तरफ से कहा गया था. कि अगर अलका नरेश चंद्राकर की इन विधानसभा चुनावों में जीत नहीं होगी तो वो अपनी आधी मूंछ और आधे बाल मुंडवा लेंगे और उसके बाद पूरे गांव में धूमेंगे.
डेरहाराम यादव ने निभाया अपना वादा
हुआ भी कुछ ही ऐसा ही कि बीजेपी प्रत्याशी अलका नरेश चंद्राकर चुनाव हार गई. तो चुनाव परिणाम आने पर डेरहाराम यादव ने अपना वादा निभाते हुए अपनी आधी मूंछ और आधे बाल मुंडवा लिए और गांव में घूमे. डेरहाराम यादव के इस अनोखे कारनामे की आसपास के गांवों में खूब चर्चा हो रही है इसके साथ ही उनकी फोटो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है.