नईदिल्ली : कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू के ठिकानों पर बुधवार (6 दिसंबर) को इनकम टैक्स अधिकारियों ने छापेमारी की थी. खासकर ओडिशा और झारखंड में की गई इस छापेमारी में आईटी विभाग ने 300 करोड़ रुपए की भारी भरकम नकदी बरामदगी का दावा किया था. 4 दिन पहले मारी गई रेड के बाद साहू से जुड़े परिसरों में शनिवार (9 दिसंबर) को भी नोटों की गिनती जारी रही.
अधिकारियों ने कहा कि अभी नोटों की गिनती खत्म नहीं हुई है. परिसर में मिली अलमारियों के रैक में रखी नकदी की लगातार जारी गिनती के चलते रकम बढ़कर 300 करोड़ हो गई है. उनका कहना है कि यह किसी भी एजेंसी की तरफ से एक ही ऑपरेशन में काला धन की अब तक की सबसे बड़ी बरामदगी होगी.
क्यों नहीं गिना जा सका पूरा कैश?
रिपोर्ट के मुताबिक, नोटों की गिनती जारी रहने के मामले को लेकर एसबीआई के रीजिनल मैनेजर ने बताया कि बैंक खुले होने की वजह से कैश काउंटिंग के लिए पूरे स्टॉफ को नहीं लगाया गया.
बैंक मैनेजर भगत बेहरा ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि उम्मीद की जा रही है कि नोटों की गिनती का काम मशीनों और कर्मचारियों की और तैनाती के साथ रविवार तक पूरा हो सकता है.
कांग्रेस पार्टी ने झाड़ा पल्ला
उधर, सांसद के परिसरों से बरामद इतनी भारी भरकम रकम को लेकर कांग्रेस बचाव मुद्रा में आ गई है. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने साफ कर दिया है कि उनके ठिकानों से इतनी बड़ी रकम की बरामदगी आईटी को कैसे हो रही है, इसका जवाब वो ही देंगे. कांग्रेस पार्टी का उनके बिजनेस से कोई लेना देना नहीं है.
इस मामले पर बीजेपी पूरी तरह से कांग्रेस पर हमलावर हो गई है. बीजेपी नेताओं ने राहुल गांधी के साथ धीरज साहू की फोटो शेयर कर पार्टी से इस मुद्दे पर चुप्पी तोड़ने की मांग की है.
‘पीएम मोदी ने भी साधा कांग्रेस पर निशाना’
इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शुक्रवार (8) को एक ट्वीट किया था. उन्होंने लिखा था कि देशवासी इन नोटों के ढेर को देखें और फिर इनके नेताओं के ईमानदारी के ‘भाषणों’ को सुनें…, जनता से जो लूटा है, उसकी पाई-पाई लौटानी पड़ेगी, यह ‘मोदी की गारंटी’ है.
धीरज साहू को लेकर अब तक का पूरा घटनाक्रम एक नजर में
- ओडिशा स्थित शराब बनाने वाले एक ग्रुप के ओडिशा, झारखंड और पश्चिम बंगाल राज्यों के ठिकानों पर आईटी विभाग की छापेमारी चल रही है जोकि कांग्रेस सांसद धीरज साहू से संबंधित है.
- धीरज साहू साल 2010 से झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद हैं. उनके बेटे रितेश साहू जोकि बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के प्रबंध निदेशक भी हैं. वह भी आईटी की रडार पर हैं. धीरज साहू के बड़े भाई उदय शंकर प्रसाद कंपनी में चेयरमैन हैं.
- साहू की कंपनी अल्कोहलिक पेय पदार्थ बनाने के लिए एक्स्ट्रा-न्यूट्रल अल्कोहल जैसा कच्चा माल बनाती है.
- इस कंपनी ग्रुप की बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज के साथ पार्टनरशिप है जिस पर टैक्स चोरी के आरोप हैं.
- इन नोटों में ₹500 के नोट की बड़ी खेप भी शामिल हैं जो कि साल 2016 में नोटबंदी के चलते बंद हो गए थे. ऐसा प्रतीत होता है कि इन नोटों को लंबे समय से स्टोर करके रखा हुआ था जिससे कुछ में फफूंदी भी लग गई थी.
- कांग्रेस के कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ बीजेपी कार्यकर्ताओं ने दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन भी किया. प्रदर्शन में वेस्ट दिल्ली से सांसद प्रवेश वर्मा, दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी और विधायक विजेंद्र गुप्ता भी प्रमुख रूप से शामिल रहे.
- बीजेपी के अमित मालवीय ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान राहुल गांधी के साथ धीरज साहू की एक फोटो शेयर की है. इसको साझा करते हुए मालवीय ने कहा कि दरअसल, यह यात्रा देश के चोरों को एकजुट करने की थी.