नईदिल्ली : इंटरनेशनल क्रिकेट में आज (12 दिसंबर) से क्रिकेट के एक नए नियम का ट्रायल शुरू होगा. इस नियम को ‘स्टॉप क्लाक’ नाम दिया गया है. इस नियम की एंट्री से ओवर खत्म होने के बाद फील्डिंग करने वाली टीम द्वारा अब ज्यादा समय बर्बाद नहीं किया जा सकेगा. यह नियम सिर्फ सफेद गेंद से खेले जाने वाले क्रिकेट फॉर्मेट में लागू होगा. यानी टेस्ट क्रिकेट में इस नियम को नहीं लाया जाएगा.
आज से शुरू होने वाली इंग्लैंड बनाम वेस्टइंडीज टी20 सीरीज में पहली बार यह नियम लागू किया जाएगा. अगले 6 महीने तक अलग-अलग टी20 सीरीज में इस नियम को आजमाया जाएगा. अगर इससे खेल पर विपरीत असर नहीं होता है और इसके फायदे होते हैं तो इसे टी20 और वनडे में परमानेंट कर दिया जाएगा.
क्या है स्टॉप क्लॉक नियम?
इस नियम के तहत गेंदबाजी करने वाली टीम को एक ओवर खत्म होने के 60 सेकंड के भीतर दूसरा ओवर फेंकने के लिए एकदम तैयार रहना होगा. जैसे ही एक ओवर खत्म होगा तो थर्ड अंपायर की घड़ी शुरू हो जाएगी. यह घड़ी स्टेडियम में बिग स्क्रीन पर चलती रहेगी. 60 सेकंड के भीतर अगर गेंदबाजी करने वाली टीम दूसरा ओवर करना शुरू नहीं करती है तो एक पारी में ऐसा दो बार करने पर तो कोई पेनल्टी नहीं लगेगी लेकिन तीसरी बार अगर ऐसा होता है तो गेंदबाजी करने वाली टीम पर 5 रन की पेनल्टी लग जाएगी. यानी बल्लेबाजी करने वाली टीम को 5 रन अतिरिक्त दिए जाएंगे.
इसमें कुछ अन्य नियम भी जुड़े हुए हैं. जैसे अगर बल्लेबाजी करने वाली टीम द्वारा टाइम वेस्ट किया जाता है तो बाद में जब वह गेंदबाजी करने उतरेगी तो उसके लिए खराब किए गए वक्त को उसके पास कुल उपलब्ध वक्त से काट लिया जाएगा. ऐसे में उसके पास दो ओवर के बीच में 60 सेकंड से भी कम समय रह जाएगा.
6 महीने ट्रायल के बाद इस नियम से होने वाले फायदे और नुकसान का पूरा विश्लेषण होगा और फिर इसे आगे जारी रखने या न रखने पर कोई फैसला लिया जाएगा.