रायपुर : छत्तीसगढ़ में चुनाव के बाद पहला विधानसभा सत्र 19 दिसंबर से शुरू होगा. शीतकालीन सत्र 3 दिवसीय होगा. इससे पहले रविवार को राजभवन में विधायक रामविचार नेताम को राज्यपाल ने प्रोटेम स्पीकर के पद पर शपथ दिलाई है. इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने विधानसभा पहुंच कर स्पीकर पद के लिए नामांकन दाखिल किया. रमन के साथ सीएम विष्णु देव साय और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी मौजूद रहे.
दरअसल छत्तीसगढ़ में नई सरकार बनने के बाद विधानसभा की कार्यवाही को लेकर तेजी से काम चल रहा है. विपक्ष और पक्ष के लगभग नेताओं की जिम्मेदारी तय हो गई है. विपक्ष से नेता प्रतिपक्ष पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत को बनाया गया है. वहीं सत्ता पक्ष से विधानसभा स्पीकर 15 साल तक मुख्यमंत्री रहे रमन सिंह ने नामांकन दाखिल किया है. इस दौरान दोनों पक्षों के सभी प्रमुख नेता मौजूद रहे. रमन सिंह ने विधानसभा के सचिव दिनेश शर्मा के पास नामांकन दाखिल किया है. उन्हें विपक्ष कीतरफ से भी पूर्ण समर्थन मिलाहै. इसलिए रमन सिंह विधानसभा अध्यक्ष बन जाएंगे.
रमन सिंह को 90 विधायकों के संरक्षक की जिम्मेदारी मिली
इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं का ध्यनवाद देते हुए कहा कि 90 विधायकों के संरक्षक के नाते इस नई जिम्मेदारी में उनका पूरा प्रयास होगा कि विधानसभा का संचालन बेहतर ढंग से हो और प्रदेश के हित में हर विषय विधानसभा के पटल पर गंभीरता के साथ रखे जाएं जिससे अगले 5 सालों में छत्तीसगढ़ प्रगति के पथ पर आगे बढ़ सके.
20 दिसंबर को राज्यपाल का अभिभाषण
छत्तीसगढ़ में शनिवार रात को नई सरकार के पहले विधानसभा सत्र के लिए नोटिफिकेशन जारी किया गया है. 19 से 21 दिसंबर तक विधानसभा का शीतकालीन सत्र होगा. पहले दिन प्रोटेम स्पीकर रामविचार नेताम सभी नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाएंगे और विधानसभा अध्यक्ष का निर्वाचन होगा. इसके अगले दिन 20 दिसंबर को सुबह 11.05 बजे राज्यपाल का अभिभाषण होगा. वहीं 21 दिसंबर को राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा होगी. इस दौरान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय अनुपूरक बजट विधानसभा में प्रस्तुत करेंगे. नई योजनाओं के लिए सरकार अनुपूरक बजट पास करवाएगी.