नईदिल्ली : बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने हिंदी पट्टी के लोगों के बारे में डीएमके सांसद दयानिधि मारन के कथित बयान को लेकर रविवार (24 दिसंबर) को उनकी आलोचना की. मारन ने कथित तौर पर कहा था कि हिंदी पट्टी के लोग तमिलनाडु में शौचालय साफ कर रहे हैं और अन्य छोटे-मोटे काम कर रहे हैं.
तेजस्वी यादव ने कहा कि उनकी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की तरह, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के नेतृत्व वाली डीएमके भी ऐसी पार्टी है जो सामाजिक न्याय में विश्वास करती है और ऐसी पार्टी के नेता के लिए इस तरह की टिप्पणी करना अशोभनीय है.
हम इसकी निंदा करते हैं- तेजस्वी यादव
आरजेडी नेता ने कहा, ‘‘अगर डीएमके सांसद ने जातीय अन्याय को उजागर किया होता, अगर उन्होंने बताया होता कि केवल कुछ सामाजिक समूहों के लोग ही ऐसे खतरनाक काम करने के लिए मजबूर होते हैं, तो इसका कोई मतलब होता.’’
यादव ने कहा, ‘‘लेकिन बिहार और उत्तर प्रदेश की पूरी आबादी के बारे में अपमानजनक बातें करना निंदनीय है. हम इसकी निंदा करते हैं. हमारा मानना है कि लोगों को देश के अन्य हिस्सों से आने वालों के प्रति सम्मानजनक व्यवहार करना चाहिए.’’
‘ऐसी बातें कहने से बचना चाहिए…’
माना जाता है कि यादव के स्टालिन के साथ व्यक्तिगत संबंध अच्छे हैं. आरजेडी नेता यादव ने कहा, ‘‘हम डीएमके को एक ऐसी पार्टी के रूप में देखते हैं जो सामाजिक न्याय के हमारे आदर्श में यकीन करती है. इसके नेताओं को ऐसी बातें कहने से बचना चाहिए जो इस आदर्श के विपरीत हों.’’
मारन के तमिल में दिए हालिया भाषण को लेकर विवाद पैदा हो गया है, जिसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री ने अंग्रेजी शिक्षा के महत्व पर जोर दिया था. मारन ने दावा किया था कि जो लोग अंग्रेजी में दक्षता हासिल कर लेते हैं, उन्हें बिहार और उत्तर प्रदेश के निवासियों के विपरीत सूचना-प्रौद्योगिकी (आईटी) क्षेत्र में सम्मानजनक नौकरियां मिल जाती हैं.
उन्होंने कहा कि बिहार और उत्तर प्रदेश के लोग केवल हिंदी जानते हैं एवं वे ‘शौचालयों और सड़कों की सफाई और निर्माण श्रमिक के रूप में काम करने के लिए तमिलनाडु जैसे समृद्ध राज्यों में पहुंच जाते हैं.’
बीजेपी ने साधा निशाना
बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन के सबसे बड़े घटक आरजेडी और तमिलनाडु की सत्तारूढ़ पार्टी डीएमके विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ का हिस्सा हैं. इसी बीच बिहार के विपक्षी दल बीजेपी ने भी मारन की आलोचना की और उसने उनसे और महागठबंधन से माफी मांगने की मांग की.
प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘दयानिधि मारन की टिप्पणियां बिहारी अस्मिता का अपमान हैं और इस बात का संकेत हैं कि वह सही मानसिक स्थिति में नहीं हैं. उन्हें माफी मांगनी चाहिए, अन्यथा बीजेपी़ आंदोलन शुरू करेगी.’’
उन्होंने यह भी कहा, ‘‘मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दल यूनाइटेड, राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस को भी इस मुद्दे पर सफाई देनी चाहिए. यदि ये राजनीतिक दल अपने सहयोगी मारन के भाषण की निंदा नहीं करते हैं तो उन्हें बिहार के लोगों से माफी मांगनी चाहिए.’’