छत्तीसगढ़

नेपाल प्लेन क्रैश : 11 महीने बाद खुला नेपाल के सबसे बड़े विमान हादसे का राज, 72 लोगों की गई थी जान; रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा

नई दिल्ली। नेपाल के पोखरा में इस साल 15 जनवरी को यति एयरलाइंस का विमान हादसे का शिकार हुआ था। इस हादसे में करीब 72 लोगों की जान गई थी। हादसे के लगभग एक साल के बाद मामले में रिपोर्ट सामने आ गई है। इस रिपोर्ट में हादसे की वजहों का खुलासा किया गया है।

विमान हादसे की सामने आई रिपोर्ट

नेपाल सरकार द्वारा गठित की गई टीम ने यति एयरलाइंस विमान हादसा मामले में रिपोर्ट जारी की है। इसमें बताया गया है कि सभवत: विमान हादसे की वजह पायलटों द्वारा बिजली सप्लाई बंद किया जाना हो सकता है।

विमान में सवार थे 72 लोग

रिपोर्ट में कहा गया है कि यति एयरलाइंस के विमान ने त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से पोखरा के लिए उड़ान भरी थी। यह उस दिन विमान की तीसरी फ्लाइट थी। इस विमान में 68 यात्री और चार क्रू मेंबर सवार थे। इसी दौरान विमान ने उड़ान के दौरान नियंत्रण खो दिया और वह जमीन में क्रैश हो गया।

इस वजह से हुआ था विमान हादसा

रिपोर्ट के मुताबिक, इस हादसे के दौरान विमान में सवार सभी लोग मारे गए थे। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि पायलटों द्वारा गलती से बिजली काट दी गई थी। इसके बाद विमान की वायु गति में रूकावट सामने आई। जिसके कारण यति एयरलाइंस का विमान हादसे का शिकार हुआ।

15 जनवरी को भरी थी विमान ने आखिरी उड़ान

आपको बता दें कि 15 जनवरी को नेपाल के पोखरा में यति एयरलाइंस का विमान एटीआर-72 दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में 72 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें कुछ भारतीय भी शामिल थे। ये विमान हादसा नेपाल के इतिहास में सबसे बड़ा था। विमान हादसे की जांच के लिए पांच सदस्यीय समिति गठित की गई थी।