नईदिल्ली : अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होने जा रही है. इस कार्यक्रम के लिए विशिष्ट लोगों को निमंत्रण भी भेजा गया है. इसको लेकर एक राजनीतिक बहस भी छिड़ी हुई है. इस कड़ी में बिहार से आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज कुमार झा ने सोमवार (1 जनवरी) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसा.
उन्होंने कहा, ”आरजेडी का पक्ष पूरी तरह से स्पष्ट है. वह सर्वधर्म समभाव में विश्वास रखती है. सभी के बीच में समन्वय होना चाहिए, लेकिन मेरी आस्था मेरी व्यक्तिगत चीज है. इसका सार्वजनिक और अभद्र प्रदर्शन भगवान को भी परेशान करेगा.” उन्होंने कहा कि अगर 22 जनवरी की प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद भगवान राम सचमुच पृथ्वी पर आ जाएं तो पीएम मोदी से ही दो-चार सवाल पूछेंगे.
‘युवाओं के लिए रोजगार कहां हैं’
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी से भगवान राम भी पूछेंगे कि युवाओं के लिए रोजगार कहां हैं और देश में इतनी महंगाई इतनी क्यों है? संपत्ति का बंटवारा 5 लोगों के बीच ही क्यों है? उनके सामने सब नतमस्तक हैं. उन्होंने यह भी कहा कि मर्यादा पुरूषोत्तम की छवि को प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी के लोग नहीं समझ रहे हैं. उन्होंने वंचित व शोषित समाज को लेकर रविदास, कबीरदास, सवित्रीबाई फुले, ज्योतिबा फुले का भी जिक्र किया.
किस समय होगी प्राण-प्रतिष्ठा?
भगवान राम के मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा की रस्म 22 जनवरी को दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर होगी. राम मंदिर का निर्माण करा रही संस्था श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने सोमवार (1 जनवरी) को पत्रकारों को इसकी जानकारी दी.
राय ने याद दिलाया पीएम मोदी का आह्वान
चंपत राय ने कहा, ”प्राण-प्रतिष्ठा के बाद आरती करो, पास-पड़ोस के बाजारों में, मुहल्लों में भगवान का प्रसाद वितरण करो और सायंकाल सूर्यास्त के पश्चात दीपक जलाओ. ऐसा ही निवेदन प्रधानमंत्री ने अयोध्या से सारे संसार का आह्वान करते हुए किया है.