छत्तीसगढ़

लोकसभा चुनाव से पहले गौतम गंभीर का बड़ा फैसला, राजनीति से दूर जाना चाहते हैं, हाईकमान से की अपील, बताई वजह

नईदिल्ली : लोकसभा चुनाव से पहले गौतम गंभीर ने बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने राजनीति से दूरी बनाने का फैसला लिया है। वह इस बार चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं। क्रिकेट की वजह से वह अपनी राजनीतिक जिम्मेदारियों से मुक्त होना चाहते हैं।

गौतम गंभीर ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखकर पोस्ट किया कि, “मैंने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से अनुरोध किया है, कि मुझे मेरे राजनीतिक कर्तव्यों से मुक्त करें। ताकि मैं अपनी आगामी क्रिकेट प्रतिबद्धताओं पर ध्यान केंद्रित कर सकूं। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और गृह मंत्री अमित शाह को मुझे लोगों की सेवा करने का अवसर देने के लिए हृदय से धन्यवाद देता हूँ। जय हिन्द!”

दरअसल, गौतम गंभीर की तरफ से चुनाव नहीं लड़ने का फैसला ऐसे समय पर लिया गया है, जब बीजेपी की तरफ से लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की जाने वाली है. इस बात की चर्चाएं तेज हैं कि पहली लिस्ट में उन सीटों और उम्मीदवारों के नाम होंगे, जिन पर पार्टी को पहले भी जीत मिल चुकी है. 

इसमें पार्टी के दिग्गज नेता जैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी के नाम शामिल हो सकते हैं. बीजेपी की पहली लिस्ट में जिन सीटों का ऐलान किया जा सकता है, उसमें वाराणसी, गांधीनगर, अमेठी, नागपुर, लखनऊ शामिल हो सकते हैं.

राजनीति की पिच पर बैटिंग करने की शुरुआत गौतम गंभीर ने साल 2019 से की. वह मार्च, 2019 में बीजेपी में शामिल हुए. इसके बाद जब लोकसभा चुनाव 2019 के लिए बीजेपी की तरफ से उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया गया, तो उसमें पूर्वी दिल्ली सीट से गंभीर को उम्मीदवार बनाया गया. वह पार्टी की उम्मीदों पर खरे उतरे और उन्होंने यहां से जीत हासिल की. उनके सामने आम आदमी पार्टी की आतिशी मार्लेना और कांग्रेस के अरविंदर सिंह लवली मैदान में थे. 

बीजेपी में आने के बाद से ही वह दिल्ली की साफ-सफाई के मुद्दे पर आप सरकार को घेरते रहे हैं. गंभीर को अक्सर ही पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर लैंडफिल पर जाते हुए देखा गया है और वह इसकी सफाई की मांग उठाते रहे हैं. उन्होंने कोविड महामारी के समय अपनी दो साल की सांसद की सैलरी भी डोनेट की थी. वह अक्सर ही सदन में होने वाली चर्चा के दौरान भी नजर आते हैं. हालांकि, कई बार वह अपनी क्रिकेट कमिटमेंट को लेकर भी विवादों में रहे हैं.