नई दिल्ली: रणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल मुकाबले में तमिलनाडु और मुंबई के बीच मैच के दौरान एक अनोखी घटना घटी। तमिलनाडु के कोच सुलक्षण कुलकर्णी ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने के कप्तान आर. साई किशोर के फैसले की सार्वजनिक रूप से आलोचना की। कुलकर्णी के इस बयान से सोशल मीडिया पर हंगामा मच गया, फैंस ने कोच की आलोचना की। यहां तक कि अनुभवी भारतीय क्रिकेटर दिनेश कार्तिक ने भी सोशल मीडिया पर कुलकर्णी की टिप्पणियों पर निराशा व्यक्त की।
कुलकर्णी ने अपने कप्तान साई किशोर को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि टीम की हार के लिए उनका ही फैसला जिम्मेदार है। उन्होंने कहा, ‘मैं हमेशा सीधे तौर पर बात करता हूं। हम पहली पारी में ही हार गए थे। मैदान देखते ही मुझे पता चल गया था कि क्या स्थिति होने वाली है। टॉस जीतकर सब कुछ हमारे हाथ में था, एक कोच और मुंबईकर के रूप में, मैं वहां की परिस्थितियों को अच्छी तरह जानता हूं। हमें गेंदबाजी करनी चाहिए थी, लेकिन कप्तान का कुछ अलग ही सोचना था।’ कुलकर्णी ने कहा कि तमिलनाडु का असली खेल पहले घंटे में ही खत्म हो गया था, जब मुश्किल परिस्थितियों में साईं सुधाकरन आउट हो गए।
तमिलनाडु के कोच ने टीम के कप्तान पर जो टिप्पणी की उससे अनुभवी क्रिकेटर दिनेश कार्तिक खुश नहीं है। कार्तिक का मानना है कि एक कोच तौर पर सुलक्षण को अपने कप्तान का बचाव करना चाहिए ना कि सरेआम उसकी आलोचना। इसके साथ ही कार्तिक ने सुलक्षण को एक बड़ी सलाह भी दे डाली।
दिनेश कार्तिक ने ट्वीट कर लिखा, यह बहुत गलत है… एक कोच के तौर पर अपने कप्तान का उन्हें सपोर्ट करना चाहिए था ना कि उसकी सरेआम उसकी आलोचना जिसने टीम को 7 साल बाद सेमीफाइनल में पहुंचाया है। यह बहुत की निराशाजनक है। कोच को यह समझना चाहिए था कि टीम यहां तक पहुंची है अच्छी चीजें के होने की शुरुआत है, लेकिन कोच ने अपने कप्तान और टीम को पूरी तरह से खतरे में डाल दिया है।’