गाजीपुर : बांदा जेल में बंद पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की मौत के बाद अब शनिवार को गाजीपुर के मोहम्मदाबाद स्थित मुख्तार अंसारी के पैतृक आवास के समीप काली बाग स्थित कब्रिस्तान में मुख्तार को सुपुर्द-ए-खाक किए जाने से पहले नवाज-ए-जनाजा पढ़ा जा रहा है। इस दौरान मुख्तार के अंतिम दर्शन करने के लिए मुख्तार अंसारी के चाहने वाले काफी संख्या में वहां पहुंचे हुए हैं। समर्थकों द्वारा मुख्तार अंसारी को लेकर नारेबाजी की जा रही है। इस दौरान मुख्तार के समर्थक मीडिया पर भी भड़क गए।
मुख्तार अंसारी के समर्थकों का कहना है कि मीडिया द्वारा मुख्तार अंसारी को माफिया बताया जा रहा है जबकि मुख्तार अंसारी माफिया नहीं मसीहा थे। मुख्तार के समर्थकों ने कहा कि मुख्तार को ‘माफिया नहीं मसीहा’ कहें। वहीं मुख्तार अंसारी के जनाजे में शामिल होने के लिए पहुंचे समाजवादी पार्टी के नेता अंबिका चौधरी ने भी मुख्तार अंसारी को मसीहा बताया। उन्होंने कहा कि “…आज की तारीख में जो लोग भी इसमें राजनीति की बात कर रहे हैं, इससे घटिया बात कुछ नहीं हो सकती… राजनीति की बात नहीं है। आज गरीबों का एक मसीहा इस गली से जा रहा है…”
काफी संख्या में पहुंचे हैं समर्थक
मुख्तार अंसारी की जनाजे में शामिल होने के लिए काफी संख्या में लोग पहुंचे हैं। शामिल लोगों को काबू में करने के लिए पुलिस द्वारा जगह-जगह बैरिकेडिंग की गई है। मोहम्मदाबाद में स्थित प्रिंस टॉकीज मैदान पर नवाज-ए-जनाजा पढ़ा जा रहा है।
उसके बाद मुख्तार अंसारी के जनाजे को लेकर लोग वहां से करीब 300 मीटर दूर काली बाग पहुंचेंगे। काली बाग में मुख्तार अंसारी को दफन किया जाएगा। मुख्तार अंसारी को दफन करने के लिए शुक्रवार को ही कब्र खोद ली गई थी।