नईदिल्ली : भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) के पास कांग्रेस ने मुसलमानों के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘घुसपैठियों’ वाली टिप्पणी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। चुनाव आयोग के सूत्रों ने बताया कि शिकायत विचाराधीन है। कांग्रेस नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से मुलाकात की और प्रधानमंत्री के खिलाफ शिकायत सौंपी। जिसमें उनके ‘धन के पुनर्वितरण’ भाषण के लिए उनके खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया गया। कांग्रेस ने दावा किया कि प्रधानमंत्री झूठ बोल रहे हैं और हिंदुओं और मुसलमानों के बीच विभाजन पैदा कर रहे हैं।
पार्टी ने आरोप लगाया कि राजस्थान चुनाव रैली में पीएम मोदी की “धन का पुनर्वितरण” वाली टिप्पणी “विभाजनकारी” और दुर्भावनापूर्ण थी। साथ ही कहा कि प्रधानमंत्री मतदाताओं से कांग्रेस को वोट देने से परहेज करने के लिए धर्म का इस्तेमाल कर रहे थे।
दरअसल, 21 अप्रैल को राजस्थान के बांसवाड़ा में एक रैली के दौरान पीएम मोदी ने कांग्रेस पर तीखा हमला किया था। कहा था कि कांग्रेस का घोषणापत्र कहता है कि वे माताओं और बहनों के साथ सोने का हिसाब करेंगे, उसके बारे में जानकारी लेंगे और फिर उस संपत्ति को वितरित करेंगे। वो बांटेंगे जिनको मनमोहन सिंह की सरकार ने कहा था कि देश की संपत्ति पर पहला हक मुसलमानों का है।
आगे यह भी कहा था कि इससे पहले, जब उनकी (कांग्रेस) सरकार सत्ता में थी, उन्होंने कहा था कि देश की संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है। इसका मतलब यह है कि यह संपत्ति किसे वितरित की जाएगी? यह उन लोगों के बीच वितरित की जाएगी जिनके अधिक बच्चे हैं। इसे घुसपैठियों में बांट दिया जाएगा।
सवालिया अंदाम में कहा कि क्या आपकी मेहनत की कमाई घुसपैठियों के पास चली जानी चाहिए? क्या आप इसे स्वीकार करते हैं? क्या सरकार को आपकी संपत्ति जब्त करने का अधिकार है? सोना दिखावे के लिए नहीं है, यह महिलाओं के स्वाभिमान से जुड़ा है। उनका मंगलसूत्र उनके सपनों से जुड़ा हुआ है। आप इसे छीनना चाहते हैं?” पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस अब शहरी नक्सलियों की चपेट में है।