रायपुर। बेमेतरा के बिरनपुर सांप्रदायिक दंगे की CBI ने जांच शुरू कर दी है। CBI की टीम हफ्तेभर में यानी मई के शुरुआती दिनों में छत्तीसगढ़ आएगी। एक साल पहले अप्रैल के महीने में ही बिरनपुर में हिंसा हुई थी। 8 अप्रैल 2023 को भुनेश्वर साहू की पीट-पीटकर हत्या की गई थी।
साजा ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले बिरनपुर गांव में दो बच्चों के बीच मामूली कहासुनी के बाद हिंसा की शुरुआत हुई थी। सांप्रदायिक दंगे में एक समुदाय के लोगों ने दूसरे समुदाय के 22 साल भुनेश्वर साहू की हत्या कर दी थी। इसके तीन दिन बाद 11 अप्रैल को पिता पुत्र रहीम मोहम्मद और ईदुल मोहम्मद की लाश मिली थी। शक्तिघाट इलाके में पिता-पुत्र बकरी चराने के लिए जंगल में गए थे।
मृतक भुनेश्वर साहू के पिता को बीजेपी ने साजा विधानसभा से टिकट दिया था। यहां से ईश्वर साहू ने कांग्रेस के दिग्गज नेता रविंद्र चौबे को हराया और विधायक बन गए। ईश्वर साहू ने ही फरवरी में विधानसभा में मुद्दा उठाते हुए कहा था कि, भुनेश्वर साहू के हत्यारों की अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है। इसके बाद गृहमंत्री विजय शर्मा ने छत्तीसगढ़ विधानसभा में CBI जांच की घोषणा की थी।
बेमेतरा जिले के बिरनपुर गांव में 8 अप्रैल को दो समुदायों के बीच हुई हिंसा में 23 वर्षीय भुनेश्वर साहू की हत्या कर दी गई थी। 2 स्कूली छात्रों के बीच रास्ते में साइकिल चलाते समय कट मारने को लेकर विवाद हुआ था। इस दौरान एक युवक ने छात्र के हाथ पर कांच की बोतल तोड़ दी। जिसके चलते उसका हाथ फ्रैक्चर हो गया।
इस घटना की जानकारी बच्चों के घरों तक पहुंची, तो दोनों पक्षों के लोगों के बीच मारपीट होने लगी। इस बीच दूसरे पक्ष के लोगों ने तलवार से 23 साल के युवक भुनेश्वर साहू की हत्या कर दी थी। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे साजा थाने के SI बीआर ठाकुर पर भी भीड़ ने हमला कर दिया। कुछ वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया गया था।