रायबरेली। कांग्रेस के गढ़ रायबरेली से प्रियंका गांधी के नाम की घोषणा किसी भी पल हो सकती है। चुनाव प्रबंधन के लिए राज्यसभा सांसद सोनिया गांधी ने जिले में 24 सदस्यों की समन्वय समिति का गठन कर दिया है, जिसमें हर विधानसभा, उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी, ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी, जिला कांग्रेस कमेटी और वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं को शामिल किया गया है। इसके साथ ही कांग्रेस के पांच बड़े चेहरे बैकअप में रहेंगे। इनमें खास नाम सुनील कानूगोलू का है, जो आईटी वॉर रूम के साथ रायबरेली के चुनावी समीकरणों के मद्देनजर चाणक्य की भूमिका निभाएंगे।
रायबरेली से मैदान में कौन उतरेगा, इसका फैसला कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के हाथ में है। शनिवार रात को कांग्रेस केंद्रीय कोर कमेटी की बैठक में टिकट फाइनल करने का अधिकारी पार्टी ने उन्हें ही सौंप दिया। मिशन रायबरेली को लेकर पिछले दो दिन से सरगर्मी बढ़ गई है। जिला कांग्रेस कमेटी के साथ दिल्ली कोर कमेटी सक्रिय है। सभी की निगाह रायबरेली से टिकट की घोषणा पर टिक गई है। फिलहाल प्रियंका गांधी का नाम तय माना जा रहा है, लेकिन जिम्मेदार अभी मौन हैं।
चुनिंदा चेहरों को अहमियत
सोनिया गांधी ने रायबरेली के चुनाव को लेकर स्पेशल- 24 समन्वय समिति बना दी है। इसमें सोनिया गांधी के साथ उनके प्रतिनिधि केएल शर्मा, कांग्रेस जिलाध्यक्ष पंकज तिवारी, कांग्रेस नगर अध्यक्ष धीरज श्रीवास्तव, बछरावां से पार्टी के विधानसभा प्रत्याशी रहे सुशील पासी, हरचंदपुर से पूर्व विधायक सुरेंद्र विक्रम सिंह, सदर सीट से चुनाव लड़ चुके डॉ. मनीष सिंह चौहान, सरेनी ने विधानसभा प्रत्याशी रहीं सुधा द्विवेदी, ऊंचाहार से प्रत्याशी रहे अतुल सिंह, बछरावां से विधानसभा प्रत्याशी रहे साहबशरण पासवान, नगर पालिका अध्यक्ष रायबरेली शत्रोहन सोनकर, लालगंज नगर पंचायत अध्यक्ष सरिता गुप्ता, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष रायबरेली मो. इलियास, एआईसीसी के पूर्व सदस्य कल्याण सिंह गांधी, डीडीसी के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता वीके शुक्ला को भी जगह मिली है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक महासचिव केसी वेणुगोपाल, डीके शिवकुमार, उत्तर प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय, प्रदेश कांग्रेस महासचिव आराधना मिश्रा चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका रणनीतिकार के रूप में निभाएंगे।
सुनील कानूगोलू करा चुके हैं सर्वे
सर्वेक्षण विशेषज्ञ सुनील कानूगोलू कांग्रेस के अहम रणनीतिकारों में से एक हैं। तेलंगाना चुनाव उनकी रणनीति के अनुरूप लड़ा गया और कांग्रेस को बड़ी सफलता मिली। रायबरेली के चुनाव में भी सुनील कानूगोलू की बड़ी भूमिका रहेगी। रायबरेली को लेकर सबसे पहला सर्वे उन्होंने ही कराया था, जिसके बाद से प्रियंका गांधी को लेकर आम सहमति बनने लगी। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान भी सुनील की टीम सर्वे करने रायबरेली पहुंची थी।
मल्लिकार्जुन खरगे के बयान से चर्चाओं ने पकड़ा जोर
शनिवार को दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सरप्राइज देने की बात कही, जिसे लेकर रायबरेली के सियासी गलियारों में दिन भर चर्चाओं ने जोर पकड़े रखा। कुछ लोग अमेठी से वरुण गांधी के चुनाव मैदान में उतरने और रायबरेली से राहुल गांधी के आने की भी बातें करते रहे। हालांकि कांग्रेस पदाधिकारियों ने ऐसी किसी भी संभावना से इन्कार किया।
बड़ी जीत की तैयारी
रायबरेली में कांग्रेस की पूरी तैयारी है। इस बार के चुनाव में जीत की मार्जिन बड़ी होगी। सभी को दिशा निर्देश दिए जा चुके हैं। बूथ से लेकर वार्ड तक पार्टी प्रचार के साथ रणनीति पर काम कर रही है।- विनय द्विवेदी, मीडिया इंचार्ज कांग्रेस